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नेता से माफिया बने Mukhtar Ansari को मिली आजीवन कारावास की सजा

नेता से माफिया डॉन बने मुख्तार अंसारी को 36 साल पुराने फर्जी शस्त्र लाइसेंस मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। वाराणसी की एमपी-एमएलए कोर्ट ने सजा सुनाई है।

Mafia Mukhtar Ansari: नेता से माफिया डॉन बने मुख्तार अंसारी का बीते चार दशकों से अपराध की दुनिया में बड़ा नाम रहा है। मुख्तार अंसारी को वर्ष 2022 में पहली बार सजा सुनाई गई थी। इसके बाद से उसे कुछ 7 अन्य मामलों में भी सजा मिली है। बता दे कि आंकड़ों के अनुसार मुख्तार पर 61 मामले दर्ज हैं। इनमें से 22 मुकदमे विचाराधीन हैं। मुख्तार के साथ-साथ उसके परिवार वालों पर भी मामले दर्ज है। उसकी पत्नी अफसा अंसारी पर 11 मुकदमे दर्ज हैं। मुख्तार के बेटे अब्बास पर 8 और छोटे बेटे उमर पर 6 केस दर्ज हैं। मुख्तार की बहू निखत पर भी एक मुकदमा दर्ज है। इतना ही नहीं मुख्तार के भाइयों अफजाल पर 7 मामले तो सिगबतुल्लाह पर 3 केस चल रहे हैं।

36 साल पुराने केस में हुई आजीवन कारावास की सजा

गाजीपुर में 36 साल पहले फर्जीवाड़ा कर शस्त्र लाइसेंस प्राप्त करने के मामले में विशेष न्यायाधीश (एमपी-एमएलए) अवनीश गौतम की अदालत ने दोषी करार मुख्तार अंसारी को सजा सुनाई है। अदालत ने इस मामले में मुख्तार पर दो लाख दो हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है।

साल 2022 में मिली थी पहली सजा

मुख्तार अंसारी दशकों से सजा काटने से बच रहा था। लेकिन साल 2022 में वह नहीं बच पाया। सरकारी कर्मी को धमकाने के मामले में 21 सितंबर 2022 को तीन साल सजा सुनाई गई थी। हजरतगंज थाने में दर्ज गैंगस्टर एक्ट के मामले में 23 सितंबर 2022 को दो साल कैद की सजा, गैंगस्टर एक्ट में 15 दिसंबर 2022 को दस साल की कैद की सजा। गैंगस्टर एक्ट में 29 अप्रैल 2023 को दस साल की कैद की सजा मिल चुकी है। आलमबाग थाने में दर्ज जेलर को धमकाने में सात साल की सजा और चर्चित अवधेश राय हत्याकांड में 5 जून 2023 को उम्र कैद की सजा सुनाई गई। रूंगटा परिवार को बम से उड़ाने की धमकी देने में 15 दिसंबर 2023 को पांच साल कैद की सजा सुनाई गई है।

पूरे परिवार पर दर्ज है मामले

मुख्तार अंसारी के परिवार वालों पर बहुत से मुकदमे दर्ज है। मुख्तार की पत्नी अफसा अंसारी लंबे समय से फरार है, उस पर 11 मुकदमे दर्ज हैं। अफसा के भाई भी मुख्तार की गैंग में शामिल है। मुख्तार के साले अनवर शहजाद और शरजील रजा उर्फ आतिफ भी उसकी गैंग के सदस्य हैं। शरजील रजा तो जेल में बंद है, लेकिन उसके पास गाजीपुर में करोड़ों की संपत्ति बताई जाती है मुख्तार के बेटे अब्बास पर 8 और छोटे बेटे उमर पर 6 केस दर्ज हैं। मुख्तार की बहू निखत पर भी एक मुकदमा दर्ज है। इतना ही नहीं मुख्तार के भाइयों अफजाल पर 7 मामले तो सिगबतुल्लाह पर 3 केस चल रहे हैं।

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