Kota Suicide: कोचिंग सिटी कोटा अब धीरे-धीरे सुसाइड सिटी बनती जा रही है। कोटा में सपनों की उड़ान भरकर बच्चे अपने मां-बाप से दूर पढ़ने आते है। लेकिन कभी-कभी परिस्थिति ऐसी हो जाती है कि बच्चे खुद ही अपने सपनों के पंख काट देते है। जहां एक तरफ किसी छात्र की सुसाइड(suicide) की खबर सामने आए कुछ ही समय होता है उतने में ही किसी अन्य छात्र की सुसाइड की खबर सामने आ जाती है। ऐसा ही एक और मामला आज सामने आया है। कोटा(kota suicide news) में जेईई की कोचिंग कर रहे छात्र ने विज्ञान नगर थाना क्षेत्र के पीजी में सुसाइड कर जीवन लीला समाप्त कर ली है। कोटा(kota news) में स्टूडेंट सुसाइड का यह छठा मामला है। पिछले साल ही 29 बच्चों ने आत्महत्या की थी।
बीते एक महीने से परिवार से नहीं मिला था छात्र
पीजी संचालक के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार। मृतक छात्र को आखिरी बार एक दिन पहले देखा गया था। पिछले एक महीने से उसके परिवार से कोई मिलने नहीं आया था। कुछ दिन पहले पीजी संचालक ने मृतक छात्र से पढ़ाई को लेकर बात की थी। तब उन्होंने बताया कि उसकी पढ़ाई अच्छी चल रही है। डीएसपी धर्मवीर सिंह को कमरे में पीले कागज पर लिखा सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें लिखा है- ‘पापा, हम जेईई पास नहीं कर पाएंगे, मुझमें आपसे बात करने की हिम्मत नहीं है, मैं छोड़ देता हूं।’
बिहार का रहने वाला था मृतक छात्र
मृतक छात्र बिहार के भागलपुर जिले का रहने वाला था। वह विज्ञान नगर में तिरुपति होटल के पास एक पीजी में रहता था। छात्र की आत्महत्या के पीछे इंजीनियरिंग क्लियर न कर पाना कारण सामने आया है। पुलिस ने मृतक छात्र के शव को मोर्चरी में रखवा दिया है। साथ ही परिजनों को भी घटना की जानकारी दे दी है।
सल्फास खाकर किया सुसाइड
छात्र एक साल पहले जेईई और एडवांस की तैयारी के लिए कोटा आया था। बताया यह भी जा रहा है कि छात्र आज अपने कमरे से बाहर नहीं निकला था। जिसके बाद पीजी मालिक ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब पीछे के दरवाजे से एंट्री ली तो कमरे में छात्र बेहोश पड़ा मिला, जिसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने छात्र को मृत घोषित कर दिया। मौके पर एफएसएल टीम को भी बुलाया गया। वहीं छात्र के कमरे से सल्फास की बोतल भी मिली है।