ट्रेंडिंगदेशब्रेकिंग न्यूज़राजनीति

CM Arvind Kejriwal की गिरफ्तारी और पंडित की भविष्यवाणी का कनेक्शन, जानें

आप का क्या होगा ‘जनाब ए आली’ गाना तो बहुत प्रसिद्ध है। लेकिन आप पार्टी का सही में क्या होगा इस पर सवाल बना हुआ है। ऐसा इसलिए क्योंकि दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल शराब घोटाले में गिरफ्तार हो गए है।

CM Arvind Kejriwal: दिल्ली शराब घोटाले मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल को ईडी ने कल देर शाम गिरफ्तार कर लिया है। ये बहुत बड़ी बात है कि एक सिटिंग सीएम को जांच एजेंसी ने गिरफ्तार किया है। आजाद भारत में ऐसा पहली बार हुआ है कि सीएम पद पर आसीन व्यक्ति को इस तरह से गिरफ्तार किया गया हो। इतना ही नहीं एक और हैरानी वाली बात यह है कि सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर जगन्नाथ गुरुजी नामक पंडित ने पिछले साल भविष्यवाणी भी की थी। जो कि सच हो गई है। इसके बारे में जगन्नाथ ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट भी किया है।

मनीष सिसोदिया और अजय सिंह के बाद सीएम केजरीवाल गिरफ्तार

अरविंद केजरीवाल शराब घोटाले के मामले में अरेस्ट हुए है। केजरीवाल से पहले मनीष सिसोदिया और संजय सिंह को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। दूसरी पार्टी की बड़ी नेता के कविता भी शराब घोटाले में ही गिरफ्तार हुई है। आम जनता के मन में सवाल है कि आखिर ये सारा मामला है क्या? ये नई वाली शराब नीति थी क्या? आइए आसान शब्दों में यह सारा विवाद समझते हैं।

वर्ष 2021 में लागू हुई थी नई शराब नीति

तीन साल पहले 17 नवंबर 2021 को राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी सरकार ने नई शराब नीति लागू कर दी थी। इस नई नीति के मुताबिक दिल्ली को 32 जोन में बांटा गया था और कहा गया कि आप हर जोन में 27 शराब की दुकान खोल सकते हैं। अगर इसी आंकड़े के हिसाब से टोटल किया जाए तो पूरी दिल्ली में 849 शराब की दुकानें खुलनी थी। इसके साथ ही बड़ा बदलाव भी हुआ जिस शराब कारोबार में पहले सरकारी की हिस्सेदारी रहती थी, नई नीति के तहत उसे ही खत्म कर दिया गया। अब केजरीवाल सरकार ने अनुमान ये लगाया था कि इस नीति के बाद 3500 करोड़ का सीधा फायदा होगा।

घाटे में जा रही थी सरकार

एक उदाहरण से समझने की कोशिश करते कि कैसे घाटे में जा रही थी सरकार। 750 एमएल की जो एक शराब की बोलत थी, उसका दाम 530 से बढ़कर 560 रुपये कर दिया गया था। उस वजह से एक रिटेल कारोबारी का मुनाफा 33.35 से बढ़कर 363.27 रुपये तक पहुंच गया। इसका सीधा मतलब ये था कि रिटेल कारोबारी को दस गुना तक का फायदा पहुंच रहा था। लेकिन सरकार को जो पहले 329.89 रुपये का फायदा मिलता था, वो घटकर 3.78 तक पहुंच गया। इसी वजह से कहा गया कि सरकार को जबरदस्त नुकसान हुआ।

लाइसेंस की फीस भी कई गुना बढ़ी

बता दे कि सरकार ने लाइसेंस की फीस भी कई गुना बढ़ा दी। जिस एल-1 लाइसेंस के लिए पहले ठेकेदारों को 25 लाख देना पड़ता था, नई शराब नीति लागू होने के बाद उसके लिए ठेकेदारों को पांच करोड़ रुपये चुकाने पड़े। इसी तरह अन्य कैटेगरी में भी लाइसेंस की फीस में काफी बढ़ोतरी हुई। 

सीएम अरविंद केजरीवाल ऐसे इस मामले में फंसे

अब यह सवाल उठता है कि आखिर कैसे सीएम अरविंद केजरीवाल इस शराब घोटाले में फंसे? बता दे कि कुछ दिन पहले शराब घोटाले मामले में केसीआर की बेटी के कविता को अरेस्ट किया गया था। उनके एक अकाउंटेंट हैं- बुचीबाबू, जिससे ईडी ने कई घंटे पूछताछ की थी। सवाल-जवाब के दौरान बुचीबाबू ने सबसे पहले अरविंद केजरीवाल का नाम लिया था। उसने दावा किया था कि के कविता, मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल के बीच में एक राजनीतिक समज चल रही थी। एक बड़ी बात ये है कि शराब घोटाले में ईडी ने दिनेश अरोड़ा को भी गिरफ्तार किया था। पता ये चला कि इस शख्स ने भी सीएम से मुलाकात कर रखी थी। इसी तरह वाईएसआर कांग्रेस के सांसद मंगुटा श्रीनिवासुलु रेड्डी और केजरीवाल के बीच में भी कई बार मुलाकते हुई।

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button