राजनीति

खड़गे ने किया कांग्रेस कार्य समिति का पुनर्गठन , देखिए सदस्यों की पूरी सूची

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को नई कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) का गठन किया। नई कमिटी में उत्तराखंड के काँग्रेस नेताओं को भी जगह मिली है ।  

काँग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने लंबे समय से लंबित नई कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की रविवार को घोषणा की । 84-सदस्यीय नई कार्य समिति में G-23 में शामिल रहे शशि थरूर, मुकुल वासनिक और आनंद शर्मा जैसे कई असंतुष्टों को भी जगह मिली है । वही राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से टकराव के चलते सुर्खियों में रहे काँग्रेस नेता सचिन पायलट को भी  सीडब्ल्यूसी में शामिल किया गया है ।

शशि थरूर, मुकुल वासनिक और आनंद शर्मा को सीडब्ल्यूसी में शामिल कर कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी के भीतर चल रही गुटबाजी को साधने का काम किया है तो वही सचिन पायलट को शामिल करना राजस्थान में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है । राजस्थान समेत कई राज्यों में इस साल के अंत में चुनाव होने है तो वही अगले साल लोकसभा चुनाव प्रस्तावित है ।

नई सूची में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं, मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा, अंबिका सोनी, एके एंटनी, पी चिदंबरम, जयराम रमेश सहित अन्य को नियमित सदस्यों के रूप में शामिल किया गया है।

हिमाचल के पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह की पत्नी, मंडी सांसद प्रतिभा सिंह को नया स्थायी आमंत्रित सदस्य बनाया गया है।

वर्तमान मुख्यमंत्रियों को नहीं मिली जगह

नई कार्य समिति से काँग्रेस के वर्तमान मुख्यमंत्रियों राजस्थान के अशोक गहलोत , हिमाचल के सुखविंदर सिंह सुक्खू , कर्नाटक के सिद्दारमैया , और छत्तीसगढ़ के डॉ.भूपेश बघेल को शामिल नहीं किया गया है ।

वही पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह , चरणजीत सिंह चन्नी, हरीश रावत और अशोक चव्हाण इसमें जगह बनाने में सफल रहे है ।

उत्तराखंड से हरीश रावत और गणेश गोदियाल शामिल

काँग्रेस अध्यक्ष की नई सीडब्ल्यूसी में उत्तराखंड से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल को भी जगह मिली है । प्रभारी के तौर पर गुरदीप सिंह सप्पल और देवेन्द्र यादव को भी शामिल किया गया है । गुरदीप सिंह सप्पल देहरादून के ही रहने वाले है ।

सभी वर्गों के बीच संतुलन की कोशिश

नई समिति में एससी, एसटी, ओबीसी, अल्पसंख्यक, महिला और युवा वर्ग से 50 फीसदी लोगों को शामिल किया गया है । इसे चुनावी समय में सभी वर्गों के बीच संतुलन साधने की तरह देखा जा रहा है । वही पार्टी ने नए और पुराने सभी नेताओं का ख्याल रखते हुए एक मिश्रित कार्य समिति बनाई है । पार्टी ने तेजी से उभरते नेता जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार और गौरव गोगोई , अलका लंबा जैसे युवाओ पर भी दाव खेला है ।

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