बंद हुए केदार रुद्रनाथ के कपाट, उत्सव डोली गोपीनाथ के लिए रवाना
शीतकाल के लिए चतुर्थ केदार रुद्रनाथ के कपाट बंद किये जा चुके है। भोले के जयकारों के साथ उत्सव डोली गोपीनाथ के लिए रवाना की गई है।
पूरे विधि विधान के साथ चतुर्थ केदार रुद्रनाथ के कपाट शीतकाल के लिए बंद किये जा चुके है। भगवान रुद्रनाथ की जयकारों के साथ उत्सव डोली गोपीनाथ मंदिर के लिए रवाना हुई। वही लगातार होती बर्फ़बारी के बीच आज सुबह से ही धुप खिली हुई है जिस कारण श्रद्धालुओं को दिक्कतों की सामना नहीं करना पड़ा।
बुधवार को उच्च हिमालय में स्थित चतुर्थ केदार रुद्रनाथ के कपाट विधि विधान से सुबह 8:00 बजे शीतकाल के लिए बंद किए गए। मुख्य विकास अधिकारी डॉक्टर ललित नारायण मिश्र ने भी रुद्रनाथ मंदिर में पहुंचकर भगवान रुद्रनाथ के दर्शन किए।
वहींं 24 अक्तूबर को दशहरा के दिन बदरीनाथ धाम के कपाट बंद करने के शुभ मुहूर्त की घोषणा की जाएगी। जबकि 15 नवंबर को भैया दूज के दिन केदारनाथ धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होंगे। गंगोत्री मंदिर समिति ने 14 नवंबर को गंगोत्री धाम के कपाट बंद करने की तिथि तय कर दी है।
सभी मंदिरो के कपाट अब शुभ मुहूर्त देखते हुए शीतकाल के लिए बंद कर दिए जा रहे है। ऐसे में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही और बड़ी तादात में लोग दर्शन करने को पहुंच रहे है।