JU Ragging Case: जेयू द्वारा भेजी गई रिपोर्ट को यूजीसी चेयरमैन ने बताया असंतोषजनक, जानिए पूरा मामला
जादवपुर विश्वविद्यालय से कुछ दिनों पहले एक छात्र की मौत का मामला सामने आया था। इस मामले को लेकर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने जेयू से रिपोर्ट मांगी थी। जेयू ने विश्वविद्यालय की आज्ञा का पालन करते हुए यूजीसी को रिपोर्ट भेजी है। यूजीसी चेयरमैन एम जगदीश कुमार ने इस रिपोर्ट को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
JU Ragging Case: जादवपुर विश्वविद्यालय(Jadavpur University) में छात्र की मौत का मामला लगातार तूल पकड़ता नजर आ रहा है। विश्वविद्यालय की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। यूजीसी ने जादवपुर विश्वविद्यालय से छात्र की मौत के मामले पर रिपोर्ट मांगी है। इस रिपोर्ट पर यूजीसी चेयरमैन एम जगदीश कुमार ने बयान दिया है। उन्होंने इस रिपोर्ट को असंतोषजनक बताया है।
जेयू द्वारा दिया गया दूसरा उत्तर असंतोषजनक
जादवपुर विश्वविद्यालय (Jadavpur University Ragging Case)बीते एक हफ्ते से छात्रावास में रैगिंग के कारण एक छात्र की मौत को लेकर विवादों में घिरा हुआ है। जेयू के स्नातक प्रथम वर्ष के छात्र की 9 अगस्त को विश्वविद्यालय के मुख्य छात्रावास की दूसरी मंजिल की बालकनी से गिरने के बाद मौत हो गई थी। छात्र के परिवार ने आरोप लगाया कि उनका बच्चा रैगिंग का शिकार था। यूजीसी चेयरमैन एम जगदीश कुमार ने बयान दिया है कि विश्वविद्यालय द्वारा भेजी गई रिपोर्ट असंतोषजनक है। विश्वविद्यालय को विस्तृत स्पष्टीकरण और कार्रवाई के लिए यूजीसी फिर से लिखेगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि रैंकिंग एक गंभीर मुद्दा है जिसको लेकर जादवपुर विश्वविद्यालय को अपने छात्रों को सुरक्षित वातावरण देना चाहिए और यूजीसी के नियमों का पालन करना चाहिए।
यूजीसी द्वारा दिए गए एंटी रैगिंग सुझाव
जादवपुर विश्वविद्यालय में हुई घटना पर यूजीसी ने गंभीरतापूर्वक कदम उठाया है। जेयू में छात्र के मौत के मामले में अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस घटना पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि यूजीसी को सौंपी गई जेयू की रिपोर्ट संतोषजनक नहीं है। यूजीसी ने एंटी रैगिंग पर कुछ सुझाव दिए हैं, जिसमें सीसीटीवी कैमरा लगाना, रैगिंग के गंभीर मामलों से निपटने के लिए अलग सेल और संचार की सुविधाएं शामिल है।