Joshimath Live Updates : आज शुरू होगी ध्वस्तीकरण की कार्रवाई

 जोशीमठ में भूस्खलन की जद में आ चुके भवनों को गिराए जाने के आदेश जारी होने के बाद प्रशासन आज से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करेगा। इस क्रम में सबसे पहले दो होटलों, ‘मलारी इन’ और ‘माउंट व्यू’ को ढहाया जाएगा। ये दोनों होटल भारी भूस्खलन की चपेट में हैं।

बीते रोज केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआई) रुड़की की टीम ने इन दोनों होटलों का सर्वे किया था। गौरलतब है कि प्रदेश के मुख्य सचिव डॉ.एसएस संधु ने जोशीमठ में असुरक्षित भवनों को गिराने के निर्देश दिए हैं।

इस बीच जोशीमठ व्यापार मंडल की मांग है कि पहले दोनों होटलों का आर्थिक मूल्यांकन किया जाए, उसके बाद ही ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हो। व्यापार मंडल का कहना है कि सरकार को होटल स्वामियों के लिए मुआवजे की व्यवस्था करनी चाहिए।

इस बीच प्रशासन ने असुरक्षित जोन घोषित किए गए इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों में शिफ्ट कर दिया है। प्रशासन का कहना है कि जिन होटलों और मकानों में अधिक दरारें हैं, उन्हें पहले गिराया जाएगा।

जोशीमठ में असुरक्षित भवनों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अब तक 678 भवन चिह्नित किए जा चुके हैं, जो भूस्खलन के चलते असुरक्षित हो गए हैं।

प्रशासन ने ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करने से पहले अनाउंसमेंट कर लोगों को असुरक्षित इलाकों से हटने का अनुरोध किया है। प्रशासन का कहना है कि असुरक्षित भवनो को गिराने के लिए किसी भी तरह के विस्फोटकों का प्रयोग नहीं किया जाएगा।

सीबीआरआई के वैज्ञानिकों की देखरेख और एनडीआरएफ तथा एसडीआरएफ की मौजूदगी में लोकनिर्माण विभाग की टीम मेकेनिकल तकनीक से भवनों को गिराएगी। इसके लिए मजदूरों की मदद ली जाएगी।

इस बीच सुप्रीम कोर्ट में, जोशीमठ संकट को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग करने वाली याचिका को जल्द सुनवाई के लिए सूचीबद्ध करने पर आज विचार करेगा।

याचिकाकर्ता स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के वकील परमेश्वर नाथ मिश्रा ने अदालत से इस मामले पर तत्काल सुनवाई करने का अनुरोध किया है।

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