Jharkhand News: झारखंड के दुमका(Dumka News) जिले से ऐसी खबर सामने आई है जिससे भारतवासियों को शर्मसार होना पड़ा है। खबरों के मुताबिक झारखंड(Jharkhand News) के दुमका जिले में स्पेन से आई 28 वर्ष की महिला के साथ 7 आरोपियों ने गैंगरेप जैसी दरिंदगी की है। इतना ही नहीं हैरान करने वाली बात यह है कि इस दौरान महिला का पति भी वहीं मौजूद था। लेकिन आरोपियों ने पति को बांधकर बुरी तरह से पिटाई की और महिला के साथ गैंगरेप जैसा जघन्य अपराध किया। अब आगे जानते है कि सभी आरोपियों पर अब तक क्या अपडेट है।
हम आपको विस्तार से सारा मामला बताएंगे महज 28 साल पीड़िता अपने पति के साथ बाइक पर दुनिया घूमने निकली थी। इससे पहले दोनों पति-पत्नी ईरान, ईराक, और पाकिस्तान की यात्रा भी कर चुकी है। जुलाई में दोनों बाइक से भारत भी पहुंचे। अपनी मोटरबाइक पर कोलकाता से एक मार्च को दोनों नेपाल के लिए निकले थे। एक लाख 70 किलोमीटर की बाइक यात्रा दोनों कर चुके है। ईरान, इराक, सऊदी अरब और पाकिस्तान भारत में एंटर करने पर दोनों पति-पत्नी सबसे पहले लद्दाख पहुंचे जिसके बाद बीकानेर के करणी माता मंदिर गए, कन्याकुमारी गए इसके बाद वेस्ट बंगाल होते हुए उन्हें नेपाल जाना था। जिसके लिए उन्होंने झारखंड से जाने का फैसला लिया। लेकिन यहां उनके साथ ऐसा हुआ जिससे उनकी पूरी जिंदगी बदल गई। दुमका में कुरमाहाट के पास अंधेरा होने पर उन्होंने वहां रुकने का फैसला किया। दोनों ने सड़क से एक किलोमीटर दूर टेंट लगाया, जहां महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना हुई। जिस दौरान पीड़िता के साथ यह जघन्य अपराध हो रहा था उस दौरान पीड़िता के पति को आरोपियों ने हाथ-पांव बांधकर बुरी तरह पीटा।
इतना ही नहीं यह मामला तब सामने आया जब पीड़िता ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपनी आपबीती खुद सुनाई। हम और आप अंदाजा लगा सकते है कि पीड़ितों में कितनी हिम्मत है कि इतनी बड़ी घटना होने का बाद भी वह सबके सामने आई और अपने साथ हुई दरिंदगी की सबको जानकारी दी। आपबीती सुनाते हुए पीड़िता ने कहा दर्दनाक अनुभव के बावजूद, उसने शनिवार रात एक सोशल मीडिया वीडियो पोस्ट में जीवित रहने के लिए आभार व्यक्त किया।“मुझे लगा कि वे मुझे मार डालेंगे। भगवान का शुक्र है कि मैं अभी भी जीवित हूं।”
रविवार शाम को दुमका पुलिस ने आधिकारिक तौर पर तीन अपराधियों की गिरफ्तारी की घोषणा की, जबकि शेष चार को पकड़ने के प्रयास जारी है। झारखंड राज्य कानूनी सेवा और राष्ट्रीय महिला आयोग दोनों ने घटना पर ध्यान दिया है, पीड़िता को कानूनी और अन्य सहायता प्रदान करने की मांग की है और झारखंड में कानून और व्यवस्था के बारे में चिंता व्यक्त की है।लेकिन कब तक महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा एक बड़ा सवाल बना रहेगा? देश की सरकार एक तरफ महिला सशक्तिकरण का दावा करती आ रही है, लेकिन मैं और मेरी जैसी महिलाएं कितनी सुरक्षित हैं? अब यह एक बड़ा सवाल है कि देश में एक महिला आखिर कैसे सुरक्षित रहेगी? देश ही नहीं बल्कि विदेशी महिलाओं के साथ भी बदसलूकी की जा रही है। इसपर अभी भी प्रश्न चिन्ह बना हुआ है।