राजोरी जिले के कालाकोट के बाजीमाल इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर सुरक्षा बलों द्वारा सारे इलाके की घेराबंदी पर कई घंटो तक आंतकवादियो और आर्मी जवानों के बीच मुठभेड़ चली। जब जवान आतंकियों के ठिकाने की ओर बढ़ रहे थे तो घात लगाए आतंकियों ने जोरदार फायरिंग शुरू कर दी। शुरुआती फायरिंग में मेजर, दो कैप्टन, हवलदार समेत छह लोग घायल हो गए और दो कैप्टन समेत चार जवान बलिदान हो गए।
घायल हुए जवानों में एक पैरा कमांडो ने भी दम तोड़ दिया। आतंकियों के बीच मुठभेड़ में घायल नैनीताल जिले के हली गांंव निवासी और वर्तमान में रातीघाट निवासी संजय बिष्ट (28) पुत्र दीवान सिंह बिष्ट शहीद हो गए। सैन्य अधिकारियों की ओर से परिजनों को हादसे की सूचना दी गई। जवान बेटे के शहादत की खबर जैसे ही परिवार को मिली पूरे घर में कोहराम मच है।
मिली जानकारी के अनुसार शहीद हुए पैरा कमांडो संजय को भारतीय सेना में 12 साल हो गए थे। संजय के पिता दीवान सिंह बिष्ट रातीघाट में दुकान चलाने के साथ पोस्ट ऑफिस में भी काम करते हैं। फिलहाल संजय की शादी नहीं हुई है। संजय अपने पीछे मां-बाप, बड़े भाई को रोता हुआ छोड़ गए है।
संजय के शहीद होने की खबर मिलते ही रातीघाट बाजार और आसपास के क्षेत्र के लोगों में गमगीन माहौल छा गया है। ग्रामीणों के अनुसार, शहीद का शव शुक्रवार तक पहुंचने की उम्मीद है।
वही राजोरी जिले में आतंकियों को मार गिराने के लिए ऑपरेशन एक बार फिर शुरू किया गया। दोनों आतंकियों को जवानों ने मार गिराया। पूरे इलाके में अब भी सर्च ऑपरेशन जारी है।