Iran-Israel : दोनों देशों के बीच बने युद्ध जैसे हालात
1 अप्रैल को किए गए इस्राइल के हमले के बाद ईरान ने की जवाबी कार्यवाही। हमले में मारे गए थे ईरान के इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कोर के सीनियर कमांडर।
शनिवार को आधी रात को ईरान द्वारा अपने धुर विरोधी इस्राइल पर हमला बोल दिया गया।
इस कारण से पूरे मिडिल-ईस्ट में तनाव का माहौल बन गया है।
इस्राइल के अनुसार ईरान की तरफ से 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइलें दागी गईं।
जिनमें से लगभग सभी को आयरन डोम एयर डिफेंस सिस्टम ने रोक दिया।
इस्राइल के सहयोगी अमेरिका द्वारा दोनों देशो के बीच वार्ता कर मामले को सुलझाने की कोशिश की जा रही है।
इरना द्वारा किए गए हमलों के जवाब में इस्राइल की वॉर कैबिनेट का कहना है की जवाबी हमला हमारे समय और हमारे अनुसार होगा।
दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे आसार का वैश्विक बाजार पर भारी असर पड़ रहा है।
तनाव के कारण भारतीय शेयर बाज़ार में शुरुआत से गिरावट देखने को मिल रही है।
तेल की कीमतें बढ़ने पर भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी असर देखने को मिल सकता है।
भारतीय अर्थव्यवस्था की कच्चे तेल पर निर्भरता काफी ज़्यादा मात्रा में है।
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इस्राइल द्वारा सीरिया की राजधानी दमिश्क में किए गए ईरानी दूतावास पर हमले के बाद से कीमतों में उछाल देखा जा रहा है।
इस्राइल द्वारा किए गए इस हमले में ईरान के इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कोर के सीनियर कमांडर और उनके दो सहयोगी मारे गए थे।
उसके बाद से ही इस्राइल पर ईरान के हमले की आशंका जताई जा रही थी जिसे देखते हुए तेल की कीमतें बढ़ गईं थी।
12 अप्रैल को ईरान के हमले से पहले तेल की कीमतों में 1% का उछाल आया था।
कच्चे तेल का अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 90.45 बैरल प्रति डॉलर पर पहुंच गया था।
तेल की कीमतों में बढ़ोतरी दोनों देशों के बीच युद्ध को लेकर तेल आपूर्ति में बाधा की आशंकाओं को देखते हुए देखी जा रही है।