Uttarkashi Tunnel Collapse Update: अंतरराष्ट्रीय टनलिंग विशेषज्ञ पहुंचे, प्रधानमंत्री मोदी ने की मुख्यमंत्री धामी से फोन पर बातचीत
सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बातचीत कर उत्तरकाशी में सिल्क्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों के लिए चलाए जा रहे राहत और बचाव कार्यों का अपडेट लिया।
Uttarkashi Tunnel Collapse: उत्तरकाशी में सिलक्यारा सुरंग में हुए हादसे में फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के लिए बचाव अभियान जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बातचीत करते हुए सिल्क्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों के लिए चलाए जा रहे राहत और बचाव कार्यों का अपडेट लिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी जरूरी उपकरण और संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं और केंद्र और राज्य की एजेंसियों के समन्वय से मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला जाएगा।
उन्होंने मजदूरों के मनोबल को बनाए रखने की जरूरत है और बचाव अभियान में संबंधित विभागों से सहयोग के लिए अपील की। सोमवार सुबह, पीएमओ के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे और पीएमओ के उप सचिव मंगेश घिल्डियाल ने बचाव अभियान में शामिल सभी संबंधित विभागों से अपील की और रेस्क्यू ऑपरेशन की रिपोर्ट उपलब्ध कराने का कहा।
Uttarkashi (Uttarakhand) Tunnel rescue | Prime Minister Narendra Modi had a telephonic conversation with Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami. PM took information about the ongoing relief and rescue operations of the workers trapped in the Silkyara tunnel in Uttarkashi. PM Modi…
— ANI (@ANI) November 20, 2023
अंतर्राष्ट्रीय टनलिंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स ने भी उत्तरकाशी पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन की स्थिति की जाँच की है और बताया कि ड्रिलिंग का काम दो-तीन दिनों में पूरा हो सकता है। उन्होंने कहा कि हम श्रमिकों को बाहर निकालने ने की कोशिश में जुटे हैं। उनके साथ हिमालय भूविज्ञान के सर्वश्रेष्ठ विशेषज्ञ भी उत्तरकाशी में डेरा डाले हुए हैं।
टनल के ऊपर 320 मीटर दूरी पर टीम ने ड्रिल के लिए स्थान चुना है। 1.2 मीटर डायमीटर की ड्रिल होगी। यहां से 89 मीटर गहराई तक ड्रिल होगी।जिसका सेटअप अगले 24 घंटे में होने की संभावना है।
सुरंग में सड़क निर्माण के दौरान हुए हादसे के बारे में सूत्रों का कहना है कि टनल के ऊपर सड़क निर्माण के दौरान सुरंग में कंपन होने की बात सामने आई है और सड़क का लगभग 100 मीटर का निर्माण अभी शेष है। सीमा सड़क संगठन ने रविवार की देर रात को सड़क का निर्माण रोक दिया है। इसके बावजूद, सुरंग के अंदर मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। सिल्क्यारा टनल में ड्रिलिंग का काम जारी है और पांचवें पाइप को बढ़ाने की प्रक्रिया भी चल रही है।
राज्य सरकार ने श्रमिकों के परिजनों के लिए सुरंग में फंसे लोगों के आवागमन का पूरा खर्च उठाने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि श्रमिकों के परिजनों के लिए मोबाइल रिचार्ज, भोजन, और आवास की भी व्यवस्था करेगी।