नैनीताल : पायलट बाबा आश्रम से जुड़े रोचक तथ्य, पढ़िए पूरी खबर
नैनीताल | उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित पायलट बाबा आश्रम से जुड़े जिन रोचक तथ्यों की जानकारी आज हम आपको बता रहे है उनको जानकर आपको हैरानी हो जाएगी। पायलट बाबा आश्रम नैनीताल के तल्ला गेठिया नामक क्षेत्र पर स्थित एक विशाल आश्रम है जो कई बीघा जमीन पर फैला हुआ है। पायलट बाबा आश्रम बेहद खूबसूरत व शांतपूर्ण आश्रम है जहां देश-विदेश से कई श्रद्धालु ध्यान और योग करने आते हैं।
पायलट बाबा आश्रम गेठिया पर है जो नैनीताल से लगभग 6-7 किमी की दूरी पर स्थित है। पायलट बाबा आश्रम का निर्माण पायलट बाबा द्वारा करवाया गया है पायलट बाबा का मूल नाम कपिल सिंह है। (कपिल सिंह) बाबा का जन्म बिहार के सासाराम में हुआ था और उन्होंने बनारस के हिन्दू विश्वविद्यालय से कार्बनिक रसायन विज्ञान से मास्टर की डिग्री हासिल की है। बाबा भारतीय वायु सेना में कार्यरत थे जिन्होंने लड़ाकू विमानों के लिए पायलट बनकर भारत-चीन युद्ध और भारत-पाक जैसे युद्धों में भाग लिया था।
33 वर्ष की उम्र में बाबा ने भारतीय सेना को छोड़ दिया जिसके बाद उन्होंने अपने जीवन में होने वाले कई चमत्कारी घटनाओं से प्रभावित होकर कई आश्रमों का निर्माण करवाया। बाबा ने पायलट बाबा आश्रम के अलावा नेपाल और जापान में भी कई ऐसे आश्रम बनाएं है। कहा जाता है कि बाबा आश्रम में आने वाले देशी और विदेशी श्रद्धालुओं को बाबा रहस्यवादी शिक्षा देते है।
पहाड़ों से घिरे और पेड़-पौंधो के मध्य स्थित यह आश्रम हरियाली के मध्य बेहद खूबसूरत लगता है जो मूर्तियों की बनावट के लिए बेहद प्रसिद्द है। पायलट बाबा आश्रम विभिन्न प्रकार की मूर्तियों से निर्मित है जहाँ भगवानों से लेकर भारत माता तक की विशाल मूर्ति का निर्माण करवाया गया है। पायलट बाबा आश्रम में यात्रियों के लिए सभी सुविधाएँ उपलब्ध है इसके अलावा पायलट बाबा आश्रम में पब्लिक स्कूल भी बनवाया गया है जहाँ स्थानीय बच्चे शिक्षा प्राप्त करने आते है। वर्तमान में पायलट बाबा आश्रम पर यूनिवर्सिटी का निर्माण कार्य भी शुरू करवाया गया है जिसका कार्य कुछ समय बाद ही पूरा हो जाएगा।