इनसोम्निया: नहीं आती आरामदायक नींद, अपनाएं यह टिप्स
इनसोम्निया एक बहुत ही कॉमन समस्या है जिससे हर उम्र के लोग ग्रसित हैं। इससे बचाव के लिए आप कुछ उपाय अपना सकते है।
बड़े बुजुर्ग कहा करते थे की अच्छी नींद (comfortable sleep) लेने से हमारा शरीर भी स्वस्थ रहता है, लेकिन इन दिनों बदलती दिनचर्या के कारण हमारी सेहत पर तेज़ी से असर पड़ रहा है। इस भागदौड़ भरी ज़िंदगी में सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ रहा है हमारी नींद में। गलत खानपान, बिगड़ती दिनचर्या के चलते हमारी शरीर को एक सही नींद ( comfortable sleep) मिलना मुश्किल हो गया है जो की आगे चल कर एक समस्या का रूप ले सकती है।
इन दिनों कई लोग अनिद्रा यानी इनसोम्निया का शिकार है। यह एक आम समस्या बन चुकी है, जो किसी को भी अपनी चपेट ले सकती है। इनसोम्निया (Insomnia) या अनिद्रा नींद ना आने की एक बहुत ही कॉमन समस्या है जिससे हर उम्र के लोग ग्रसित हैं. इसकी वजह से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ पर बुरा असर पड़ सकता है. नींद ना आने के पीछे कई कारण हो सकते है जैसे स्ट्रेस, डिप्रेशन या स्लीप साइकिल का बदलना।
तो अगर आप भी इस समस्या से पीड़ित है तो आज हम आपको बतायंगे इसके बचाव के कुछ उपाय :
नींद न आने के कारण आप बैचैन सा महसूस करते है ऐसे में आपके लिए मेडिटेशन एक बेहतर उपाय हो सकता है। मेडिटेशन का अभ्यास आपके दिन भर के स्ट्रेस को कम करता है और आपके मूड को भी बूस्ट करने में मदद करता है।
आप अपने सोने और जागने के समय में तालमेल बैठा दें। रात को ज्यादा देर तक जागना सही नहीं है यदि बहुत जरुरी काम से आप देर तक जाग भी गए है तो काम खत्म होने क बाद वह नींद पूरी जरूर करें।
सोने से पहले आप क्या खा रहे है यह बहुत मायने रखता है। याद रखे डिन्नर हमेशा हल्का ही रखे ज्यादा भरी खाना खाने के एक दम बाद सोना आपकी सेहत पर असर डाल सकता है। शाम को कैफीन, निकोटीन और अल्कोहल जैसे पदार्थों के सेवन से बचें।
रात को सोते समय अपने कमरे की लाइट को बहुत ही डिम रखें इससे आपको जल्दी आरामदायक नींद आएगी। कमरे में ज्यादा तेज़ रोशनी आपकी आँखों पर असर करेगी और आपको सोने में परेशानी होगी।
सबसे जरुरी बात यदि आप भी रात को फ़ोन या लैपटॉप देखते है तो सोने से कम से कम 1 घंटा पहले स्क्रीन ऑफ़ कर दें।