उत्तराखंड में लोगों को अभी तक नहीं मिल पाई ऑनलाइन लाइसेंस बनवाने की सुविधा
परिवाहन मुख्यालय की ओर से वाहन स्वामियों को एक साल पहले राहत भरी खबर मिली थी, जिससे उन्हे घर बैठे ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त होता किन्तु धरातल पर ये योजना अभी तक नहीं उतर पाई है । वाहन स्वामियों को ऑनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस जारी किया जा सके, इसके लिए एनआईसी(राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र) के सॉफ्टवेयर में बदलाव करने की बात कही गई थी ।
किंतु एक साल बाद भी परिवाहन विभाग के सॉफ्टवेयर में बदलाव नहीं हो पाया है । योजना के तहत वाहन स्वामियों को ऑनलाइन आवेदन करने के साथ ही ऑनलाइन ड्राइविंग टेस्ट देने, फीस जमा करने और ऑनलाइन ही ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने का प्रस्ताव है ।
दरअसल आरटीओ में कर्मचारियों की कमी से लाइसेंस बनने की रफ्तार धीमी है जिससे आवेदकों को तीन-तीन माह का इंतजार करना पड़ रहा है । आरटीओ डी.सी पठोई का कहना है कि दर्जन भर कर्मचारियों से सेवानिवृत्त होने और उनकी जगह पर नए कर्मचारियों की तैनाती ना होने से ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की दिक्कतें आ रही है । इन सभी समस्याओं से बचने के लिए ही परिवाहन मुख्यालय की ओर से ऑनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस योजना की शुरुआत एक साल पहले हुई थी।