देहरादून में जमीन दिलाने के नाम पर 22 लाख हड़पे, सहस्त्रधारा की पार्षद पर लगा आरोप
देहरादून नगर निगम के सहस्त्रधारा वार्ड की पार्षद नीतू वाल्मीकि पर एक व्यक्ति ने जमीन दिलाने के नाम पर 22 लाख रुपये हड़पने का गंभीर आरोप लगाया है। आरिफ खान नाम के व्यक्ति ने प्रदेश के मुख्य सचिव एसएस संधू को पत्र लिख कर न्याय की गुहार लगाई है। आरिफ खान ने पत्र में लिखा है कि भाजपा की पार्षद नीतू वाल्मीकि और उनके पति राकेश कुमार ने नगर निगम और सरकार में अच्छी पैठ का हवाला देकर उनसे जमीन दिलाने के नाम पर 27 लाख रुपये हड़प लिए। पीड़ित आरिफ खान ने पार्षद और उनके पति पर उन्हें जान से मारने की धमकी देने का आरोप भी लगाया है।
क्या है पूरा मामला ?
मुख्य सचिव को भेजे पत्र में पीड़ित आरिफ खान ने बताया कि, सहस्त्रधारा की पार्षद नीतू वाल्मीकि के पति राकेश कुमार के साथ उनकी मुलाकात अपने एक रिश्तेदार, असलम के घर पर हुई थी। बातचीत के दौरान राकेश कुमार ने बताया की वे भाजपा नेता हैं और उनकी पत्नी नीतू वाल्मिकी सहस्त्रधारा की पार्षद हैं। इसी दौरान राकेश ने बताया कि नगर निगम देहरादून द्वारा बहुत कम कीमत पर भूमि बेची जा रही है। आरिफ ने कहा कि राकेश कुमार के कहने पर वे भूमि खरीदने को राजी हो गए। राकेश कुमार ने बताया कि राकेश कुमार ने उनके जरूरी डॉक्यूमेंट के साथ ही 27 लाख रूपये नकद मांगे।
पत्र में आरिफ ने बताया कि पिछले महीने 19 सितंबर को वे पैसे और दस्तावेज लेकर नगर निगम कार्यालय में पहुंचे और राकेश को पैसे दे दिए। आरिफ खान का कहना है कि इसके बाद राकेश कुमार ने उन्हें कुछ दिन बाद जमीन के मालिकाना हक के कागज दिलाने का भरोसा दिया। आरिफ का कहना है कि इसके बाद राकेश कुमार ने उनका फोन उठाना बंद कर दिया जिससे उन्हें धोखाधड़ी का अंदेशा हुआ।
इसके बाद आरिफ राकेश के घर गए और उक्त सौदा रद्द करने को कहा। आरिफ का कहना है कि राकेश और पार्षद नीतू वाल्मिकी ने उन्हें पांच लाख रुपए कैश लौटाए तथा 22 लाख रुपये का चेक दिया। आरिफ का कहना है कि जब वे चेक कैश कराने गए तो वह बाउंस हो गया।
इसके बाद आरिफ ने कई बार बची हुई 22 लाख की धनराशि वापस मांगी तो राकेश कुमार और पार्षद नीतू ने जान से मारने की धमकी दी। इसके अलावा जाति सूचक शब्दों के प्रयोग करने के मामले में झूठे केस में फंसाने की धमकी भी दी।
अब आरिफ खान का कहना है की उनका परिवार खौफजदा है और यदि उन्हें या उनके परिवार को कुछ भी होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी राकेश और नीतू की होगी।
इस पूरे मामले के बाद पीड़ित ने मुख्य सचिव डॉ एसएस संधू से न्याय की गुहार लगाई है।