एंग्जाइटी की समस्या से जूझ रहे हैं आप, तो इन उपायों को करने से मिलेगा तुरंत आराम
चिंता और तनाव आज के लाइफस्टाइल का हिस्सा बन चुका है, जिसकी वजह से एंग्जाइटी की परेशानी लोगों में तेजी से बढ़ रही है।
चिंता और तनाव आज के लाइफस्टाइल का हिस्सा बन चुका है, जिसकी वजह से एंग्जाइटी की परेशानी लोगों में तेजी से बढ़ रही है। ऐसा खासकर तब देखने को मिलता है जब लोगों का दिमाग भविष्य या भूतकाल के बारे में सोचकर परेशान होते हैं। इस दौरान मन घबराहट की स्थिति में चला जाता है, जिससे एंग्जाइटी बढ़ जाती है। यह इतना आम हो गया है कि लोगों ने दुर्भाग्य से इसे अपनी जीवनशैली का हिस्सा बनाना शुरू कर दिया है।
वहीं, लगातार एंग्जाइटी से जूझ रहे व्यक्ति के जीवन के सभी पहलुओं पर इसका गहरा असर पड़ने लगता है। चाहे वह काम हो, रिश्ते हों, निजी जीवन हो या फिर स्वास्थ्य हो। हालांकि, जो लोग भी इस परेशानी से जूझ रहे होते हैं, उन्हें यह समझने की जरूरत होती है कि वह अकेले नहीं हैं और न ही किसी से कम हैं। बस जब भी एंग्जाइटी महसूस हो, तो खुद पर काबू करना सीखें और कुछ प्रभावी तकनीकों का अभ्यास करें, जिससे इससे राहत पाई जा सके।
1. गहरी सांस लें
एंग्जाइटी की स्थिति में गहरी सांस लेना एक शक्तिशाली तकनीक है, जो नर्वस सिस्टम को तुरंत शांत करने में मदद कर सकती है। इसके सबसे बेहतरीन रिजल्ट पाने के लिए 4-7-8 तकनीक आज़माएं: जैसे कि 4 की गिनती तक अपनी नाक से सांस लें, 7 की गिनती तक अपनी सांस रोकें और 8 की गिनती तक मुंह से धीरे-धीरे सांस छोड़ें। इसे कई बार दोहराएं।
2. ग्राउंडिंग तकनीक
ग्राउंडिंग अभ्यास एंग्जाइटी से जूझने वाले व्यक्ति का ध्यान चिंताजनक विचारों से हटाकर वर्तमान क्षण पर केंद्रित करने में मदद करता है। इसके लिए 5-4-3-2-1 तकनीक आज़मा सकते हैं। जैसे कि:
• चारों ओर देखकर पांच चीज़ों के नाम बताइए जिन्हें आप देख सकते हैं
• चार चीजें जिन्हें आप छू सकते हैं
• तीन चीजें, जो आप सुन सकते हैं
• दो चीजें जिन्हें आप सूंघ सकते हैं
• एक चीज़ जिसका स्वाद आप ले सकते हैं।
3. मसल्स को आराम देना
एंग्जाइटी अक्सर चिंता की वजह से होती है। इस दौरान मांसपेशियों को आराम देने से काफी राहत मिल सकता है। पैर की उंगलियों से शुरू करें और सिर तक बढ़ते जाएं और हर एक मसल ग्रुप पर ध्यान केंद्रित करें। यह टेक्नीक शारीरिक तनाव और मानसिक तनाव को कम करने में मदद कर सकती है।
4. विज़ुअलाइज़ेशन
विज़ुअलाइज़ेशन टेक्नीक के दौरान आंखों बंद करें और मन को एक शांत वातावरण में होने का एहसास दिलाएं, जैसे आप किसी शांत बीच पर हैं या फिर किसी हरे-भरे जंगल में। इसके अलावा अलग-अलग दृश्यों, साउंड और सेंसिटिविटी की कल्पना में रखकर अपने इंद्रियों को व्यस्त रखें। इससे दिमाग चिंताजनक विचारों से हटकर शांति की भावना की ओर बढ़ता है।
5. संगीत सुनें
संगीत का मूड पर गहरा प्रभाव पड़ता है। शांत करने वाले या सुकून देने वाले गानों की एक प्लेलिस्ट बनाएं जिन्हें आप चिंता होने पर सुन सकें। अपने मन को चिंताजनक विचारों से हटाने और आराम देने के लिए गानें सुनें।