उत्तराखंडदेहरादून

डिलीवरी बॉय को तेज़ गाड़ी चलाने के लिए किया बाध्य तो कम्पनी पर होगी कार्रवाई

सड़क हादसे में डिलीवरी बॉय की मौत के बाद परिवहन विभाग ने फ़ूड कंपिनयों को निर्देश देते हुए कहा की टारगेट पूरा करने के लिए अगर डिलीवरी बॉय को तेज़ गाड़ी चलाने को कहा तो कंपनी पर कार्रवाई की जाएगी।

देहरादून के प्रेमनगर क्षेत्र में सड़क हादसे में डिलीवरी बॉय की मौत के बाद अब आरटीओ ने ऑनलाइन फ़ूड सर्विस कंपनियों पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। परिवहन विभाग ने कंपनियों को अल्टीमेटम देते हुआ कहा की डिलीवरी बॉय को जल्दी गाड़ी चला कर खाना डिलीवर करने को कहा गया तो कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। आमतौर पर फ़ूड सप्लाई कंपनियों का एक समय निर्धारित होता है जिनमे वह अपने ग्राहकों तक समय से पहले खाना पहुंचाते है ऐसे में फ़ूड डिलीवरी बॉय ज्यादातर अपनी जान जोख़िम में डाल कर तेज़ गाड़ी चलाते है और सड़क हादसों को न्योता देते है।

आरटीओ प्रवर्तन शैलेश तिवारी ने सभी फ़ूड कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ वार्ता कर कहा कि टारगेट पूरा करने के कारण फ़ूड डिलीवरी बॉय तेज़ रफ़्तार में गाड़ी चलाते है और हादसों का शिकार हो जाता है। उन्होंने कहा कि कंपनियों ने डिलीवरी बॉय को तेज गाड़ी चलाने को बाध्य किया और कोई हादसा होने की स्थिति में कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि देहरादून में करीब 1500 डिलीवरी बॉय इस समय कार्यरत हैं।

उन्होंने सभी कंपनियों को दिशा निर्देश जारी करते हुआ कहा कि डिलीवरी बॉय को अनिवार्य रूप से हेलमेट पहनना अनिवार्य है। हेलमेट पर पीछे रिफ्लेक्टर अवश्य लगाएं। डिलीवरी बॉय रात्रि में रिफ्लेक्टर युक्त जैकेट या शर्ट पहनें, जिससे रात्रि में अन्य वाहन चालकों को बाइक सवार डिलीवरी बॉय आसानी से दिख जाएं। साथ ही गाड़ी चलाने के दौरान मोबाइल पर बात न करें। आवश्यक होने पर ब्लूटूथ या इयरफोन से बात करें। वहीं कंपनी की ओर से बताया गया कि डिलीवरी बॉय की सुरक्षा के लिए कंपनी सभी आवश्यक कदम उठा रही है।

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button