स्वास्थ्य

HPV Infection से बढ़ रहा दुनियाभर में पुरुषों को खतरा, जानिए पूरी खबर

एचपीवी यानी ह्यूमन पैपिलोमा वायरस दुनियाभर में हर दूसरे पुरुष को संक्रमित कर रहा है। इस वायरस के कारण पूरे शरीर को क्षति पहुंच रही है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस घातक वायरस से सभी पुरुषों को एहतियात बरतने की सलाह दी है। आइए जानते है एचपीवी के बारे में विशेष ध्यान देने वाली जानकारी।

एचपीवी (hpv virus)सबसे आम यौन संचारित संक्रमण है। इससे दुनियाभर के सभी पुरुषों को खतरा है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह हर दूसरे पुरुष को संक्रमित कर रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस घातक वायरस से सभी पुरुषों को एहतियात बरतने की सलाह दी है। एचपीवी के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए अध्ययनकर्ताओं की टीम ने शोध किया है। 

हर तीन में से एक पुरुष एचपीवी संक्रमित

एचपीवी के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए अध्ययनकर्ताओं की टीम ने शोध किया है। यह शोध द लैंसेट ग्लोबल हेल्थ जर्नल में प्रकाशित हुआ है। इस अध्ययन में वैज्ञानिकों की टीम ने इस बात का खुलासा किया है कि 15 वर्ष से अधिक आयु का लगभग हर तीन में से एक पुरुष एचपीवी संक्रमण का शिकार है। यह बड़े स्वास्थ्य जोखिम की तरफ इशारा कर रहा है। 

एचपीवी संक्रमण की अहम जानकारी

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार एचपीवी संक्रमण म्यूकस मेंमब्रेन और स्किन में कोशिकाओं के इकट्ठा होने के कारण बनता है। डब्ल्यूएचओ के निदेशक मेग डोहर्टी ने कहा कि- “पुरुषों के जननांगों में एचपीवी संक्रमण के प्रसार पर यह वैश्विक अध्ययन पुष्टि करता है कि एचपीवी संक्रमण समय के साथ कितना व्यापक होता जा रहा है। उच्च जोखिम वाले एचपीवी प्रकारों से संक्रमण की स्थिति में पुरुषों में मौखिक, लिंग और गुदा कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है जो कि जानलेवा दुष्प्रभावों वाला भी माना जाता है।”

इस जानलेवा बीमारी से पुरूषों के साथ-साथ महिलाओं को भी खतरा है। हर वर्ष 3,40,000 से अधिक महिलाएं सर्वाइकल कैंसर से मारी जाती हैं। यह भी इसी का ही एक प्रकार है।

हमेशा सुरक्षित यौन संबंध बनाएं

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस प्रकार के संक्रमण से बचाव के लिए हमेशा सुरक्षित यौन संबंध बनाने की सलाह दी है। जननांगों में होने वाले एचपीवी संक्रमण को रोकने का सबसे सुरक्षित तरीका संक्रमित व्यक्ति से यौन संबंध बनाने से बचाव करना है।

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button