हेल्थ: बढ़ते तनाव से पड़ता है बुरा प्रभाव, Stress Management की है जरूरत
इन दिनों हर दूसरा व्यीक्ति तनावग्रस्त है, बढ़ता तनाव आपकी सेहत पर एक नकारात्मक प्रभाव डालता है जिसके लिए जरुरी है आपको तनाव प्रबंधन का ज्ञान होना।
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और तनाव मानसिक स्वास्थ्य पर नेगेटिव असर डाल रहा है। हर दूसरा व्यक्ति तनाव से ग्रस्त है। वजह है इन दिनों व्यक्ति छोटी छोटी बातों को इतनी गहराई से वह सोचता है की उस बात का नकरात्मक प्रभाव व्यक्ति पर पड़ता है। तनाव की वजह से हम कोई और काम करने में बिलकुल मन नहीं लगा पाते है। बढ़ता हुआ तनाव हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक हानिकारक होता है। अगर वक्त रहते हम तनाव बढ़ने से नहीं रोक पाते है तो हमारी प्रोफेशनल लाइफ के साथ साथ पर्सनल लाइफ पर भी असर पड़ता है। तो आइए जानते है तनाव और Stress Management के उपाय:
इन कारणों से हो सकते है Mental Issues
मानसिक बीमारी एक तरह की स्वास्थ्य समस्या है। बढ़ता तनाव आपके विचारों, मनोदशा या व्यवहार को प्रभावित करता है। मानसिक बीमारियाँ थोड़े समय के लिए या आपके पूरे जीवन तक रह सकती हैं। तनाव होने के कई कारण होते है।
1. स्ट्रेस या तनाव होना इन दिनों सामान्य बात हो गयी है और यह तब शुरू होती है जब हमारा किसी स्थिति से निपटना मुश्किल हो जाता है।
2. टेंशन होने की स्थिति में हमारे दिल की धड़कन और मानसिक और शारीरिक चेतना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है।
3. यूस्ट्रेस जो इच्छित तनाव है तथा यह खतरनाक नहीं होता बल्कि आवश्यक होता है जो व्यक्ति को अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक रखता है।
4. डिस्टेंस जो अनैच्छिक होता है तथा इस पर व्यक्ति नियंत्रण नहीं रख सकता और कई परेशानियां खड़ी करता है इसे नेगेटिव स्ट्रेस भी कहा जा सकता है।
5. कई बार सोशल कारणों से भी लोग मानसिक बीमारियों का शिकार हो जाते हैं।
6. साइकोलॉजिकल कारण भी मानसिक बीमारियों की वजह बन सकते हैं। जैसे एंजायटी, अकेलापन, आइसोलेशन, अत्यधिक तनाव या रिश्ते में परेशानी भी मेंटल इलनेस की वजह बनती हैं।
यह है Stress होने के लक्षण
आमतौर पर हमारे सामनाये जीवन में कुछ ऐसी बाते होती है जिनसे हम तनाव की ओर बढ़ रहे है जैसे
1. सामान्य से ज्यादा या कम भूख लगाना।
2. तेजी से मूड बदलना।
3. आत्मसम्मान में कमी आना।
4. ज्याद समय टेंशन या बेचैनी महसूस होना।
5. अपनी नींद के अनुमान से ज्यादा या कम सोना।
6. जरूरत से ज्यादा शराब या ड्रग्स लेना।
7. जरूरत से ज्यादा थकान या ऊर्जा में कमी होना।
8. परिवार और दोस्तों से दूर-दूर रहना।
ऐसे करें Stress Management
1. अपने जारी कामों की प्राथमिकता सूची बनाएं। एक ही दिन में सभी कामों को पूरा करने का दबाव महसूस न करें। जो कार्य ज्यादा जरूरी न हो, उसे बेझिझक छोड़ दें।
2. दूसरों की देखा देखी में अति परफेक्शन की आदत से बचें क्योंकि इसकी वजह से व्यक्ति दूसरों से बेहतर बनने की कोशिश में बहुत स्ट्रेस होता है।
3. किसी एक ही घटना या विषय के बारे में बार-बार न सोचें, इससे दिमाग में बस एक ही ख्याल घूमता रहता है। किसी अन्य काम को करने में मन नहीं लगता।
4. अपनी योग्यता और कार्यक्षमता की सीमाओं को ध्यान में रखते हुए लक्ष्य निर्धारित करें। अति मत्वाकांक्षा से दूर रहें क्योंकि यह भी तनाव का बहुत बड़ा कारण है।
5. जिंदगी के प्रति अपना नजरिया बदलें। अपनी खामियों के बारे में सोच कर दुखी होने के बजाय अपने अच्छे गुणो को पहचान कर उन्हें निखारने की कोशिश करें।
6. अपने मित्रों के साथ अच्छा व्यवहार करे तथा अच्छे लोगों के साथ दोस्ती रखना, तनाव को कम करने या समाप्त करने में सबसे अधिक मददगार हो सकता है।
7. पर्याप्त नींद व आराम मिलने से हमारा शरीर व मन दोनों स्वस्थ रहते हैं। समय पर नींद लेने से व्यक्ति की कार्यक्षमता तो बढ़ती ही है साथ ही तनाव में भी कमी लाने में मदद मिलती है।
8. अपने किसी परिचित से अपने मन की बात लगातार शेयर करते रहे।
9. खुद पर काम करें और अपने में आत्मविश्वास लाएं।