हल्द्वानी: अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ आउटसोर्स नर्सिंग स्टाफ का प्रदर्शन, तीन महीनों से वेतन नहीं देने का आरोप
हल्द्वानी: अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ आउटसोर्स नर्सिंग स्टाफ का प्रदर्शन, तीन महीनों से वेतन नहीं देने का आरोप
हल्द्वानी: सुशीला तिवारी राजकीय अस्पताल जो अक्सर किसी न किसी वजह से सुर्खियों में रहता है….आज एक बार फिर सुशीला तिवारी चर्चाओं में है और इस बार वजह ये है कि यहां का ऑउटसोर्स नर्सिंग स्टाफ हड़ताल पर है।
हल्द्वानी का सुशीला तिवारी अस्पताल जो कुमाऊं क्षेत्र का सबसे बड़ा अस्पताल हैं बावजूद इसके यहां कोई न कोई समस्या लगातार बनी रहती है जिसका खामियाजा दूर दराज के इलाकों से यहां इलाज कराने आने वाले मरीजों को उठाना पड़ता है। इस बार अस्पताल में तैनात ऑउटसोर्स नर्सिंग स्टॉफ जिन्हें कोरोना वारियर्स घोषित किया गया है कार्य बहिष्कार पर है। नर्सों का आरोप है कि उन्हें कई महीनों से वेतन नहीं मिला। कोरोना काल के वक्त जब बहुत से लोग नौकरियां छोड़कर जा रहे थे ऐसे वक्त में उन्होंने मरीजों का ख्याल रखा और आज उनके साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। वेतन न मिलने से उनके सामने अब आर्थिक संकट खड़ा होने लगा है। स्टाफ नर्सों का ये भी आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन उन्हें धमका रहा है कि अगर काम नहीं करना चाहते हैं तो नौकरी छोड़ दो।
वहीं इस बारे में जब मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जिस कंपनी के साथ नर्सेज को रखने का अनुबंध था वो 31 मार्च को खत्म हो गया था….इसके बाद भी ये लोग काम कर रहे थे । फिलहाल नई एजेंसी टीडीएस के माध्यम से 1 जुलाई से इन लोगों को दोबारा नियुक्ति दे दी गयी है और पिछले वेतन के लिए सरकार से बात चल रही है । जिस पर निर्णय आना बाकी है । नर्सों का बकाया वेतन किस प्रकार से दिया जा सके इस पर अस्पताल प्रबंधन कुछ नहीं कर सकता है और सरकार ही इस विषय पर फैसला लेगी।
नर्सों को बीते महीने का वेतन कैसे दिया जाए इस पर फैसला सरकार को लेना है लेकिन अब सवाल ये उठता है कि जब पुरानी कंपनी से अनुबंध खत्म हो गया था तो सरकार ने वक्त रहते नई कंपनी के साथ अनुबंध क्यों नहीं किया..क्यों इतने दिनों अस्पताल प्रशासन उनसे काम कराता रहा…नर्सों की समस्याओं का हल जल्द नहीं हुआ तो इसका नुकसान तो अस्पताल में आने वाले मरीजों को ही उठाया होगा ऐसे में स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतर करने दावे भी बेमानी से नजर आते हैं।
न्यूज डेस्क वॉइस ऑफ नेशन