घी संक्रांति का क्या है महत्व?

ज्योतिषियों के अनुसार जब सूर्य का किसी राशि में गोचर होता है तब उसे संक्रांति कहते हैं।

आज घी संक्रांति है ।
ज्योतिष विज्ञान के अनुसार हर 12 माह में सूर्य का गोचर किसी न किसी राशि में होता है। जिस राशि में सूर्य का गोचर होता है उस दिन संक्रांति को उस राशि के नाम से जाना जाता है।
जैसे आज भगवान सूर्य कर्क राशि से निकलकर सिंह राशि में गोचर करेंगे तो आज इसे सिंह संक्रांति के नाम से जानेंगे।
विशेष बात ये है कि सूर्यदेव आज अपने ही घर में विराजमान होंगे क्योंकि सिंह राशि के स्वामी भी सूर्य ही हैं।

संक्रांति के दिन भगवान सूर्य और भगवान विष्णु की पूजा का महत्व है

शास्त्रों में सूर्य देव की पूजा करना बेहद फलदायी माना गया है, कहा जाता है कि सूर्य देव की पूजा और उन्हें रोज़ जल का अर्घ्य देने से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है साथ ही व्यक्ति पर लगे कई दोषों जैसे काल सर्प दोष और पित्र दोष से भी मुक्ति मिलती है।

अब जानते हैं कि इसे घी संक्रांति क्यो कहते हैं

संक्रांति के दिन घी खाना लाभकारी माना जाता है, ये बात तो जग जाहिर है कि घी खाने से वात, पित्त और कफ जैसी समस्याएं खत्म हो जाती हैं साथ ही याददाश्त और बुद्धि में भी वृद्धि होती है, अगर आप गाय का घी खाएं तो ज्यादा अच्छा रहता है।

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