लाखाें लोगों की आस्था से जमकर हो रहा खिलवाड़
हरिद्वार। धर्मनगरी हरिद्वार में गंगा को प्रदूषणमुक्त रखने की मुहिम को जलसंस्थान और सिंचाई विभाग की लापरवाही के चलते पलीता लग रहा है। धर्मनगरी में उफनते सीवर का गंदा पानी सीधे गंगा में गिर रहा है। लेकिन जिम्मेदार अफसर ध्यान नहीं दे रहे हैं। गंगा को अविरल और निर्मल बनाए रखने के लिए केंद्र सरकार ने कई योजनाएं चलाई हुई हैं।
हाल ही में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री के नेतृत्व में गंगा की स्वच्छता जागरूकता के लिए गंगा रन कार्यक्रम का आयोजन धर्मनगरी में किया गया था। लेकिन हरिद्वार में डाम कोठी के निकट गणेश घाट मार्ग पर जलसंस्थान के सीवेज पंप के चैंबर से गंदा पानी दो दिन से उफनकर सीधे गंगा में गिर रहा है। इससे पूर्व भी कई बार इस सीवर चैंबर की गंदगी गंगा में गिरती रही है। गंगा में पसरी गंदगी खोल रही सफाई की पोल गंगा सफाई के लिए दीपावली से कुछ दिन पूर्व गंगा में पानी का प्रवाह बंद कर दिया जाता है। इस वर्ष भी गंगा को सुखाया तो जरूर गया लेकिन घाटों की सफाई कहां की गई इसका पता नहीं। राजकीय अतिथि गृह डाम कोठी के निकट गंगा में पसरी गंदगी इसका प्रमाण है। बैरागी कैंप के निकट भी गंगा में पसरी गंदगी विभागीय दावों की पोल खोलती दिख रही है।
इसमें किसी की लापरवाही पाई जाती है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कोई टेक्निकल कमी है तो उसको दिखवाया जाएगा। कर्मचारियों को मौके पर भेजा जा रहा है। सीवर की गंदगी को गंगा में गिरने से रोका जाएगा।
अजय कुमार, ईई जलसंस्थान गंगा अनुरक्षण इकाई