…तो इसलिए आशा पारेख ने नहीं की शादी
हिंदी सिनेमा की मशहूर अभिनेत्री आशा पारेख को इस साल के दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से नवाजा जाएगा। 30 सितंबर को उन्हें यह अवॉर्ड दिया जाएगा। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने इसकी घोषणा की है। हिंदी सिनेमा में विशेष योगदान के लिए अभिनेत्री आशा पारेख को इस पुरस्कार से नवाजा जाएगा।
इससे पहले उन्हें भारत सरकार की ओर से पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है। पुरुस्कार की घोषणा करते हुए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि यह घोषणा करते हुए सम्मानित महसूस कर रहा हूं, कि दादा साहब फाल्के के लिए जूरी ने भारतीय सिनेमा में उनके अनुकरणीय जीवन भर के योगदान के लिए आशा पारेख को मान्यता देने और उन्हें पुरस्कृत करने का निर्णय लिया है। दादा साहब फाल्के पुरस्कार भारत की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू द्वारा प्रदान किया जाएगा।
गौरतलब है कि आशा पारेख हिंदी सिनेमा में अपने कई किरदारों के तौर पर जानी जाती हैं। उनकी सुपरहिट फिल्मों में कटी पतंग, तीसरी मंजिल, आया सावन झूम के, लव इन टोकियो के नाम भी शामिल है। 79 साल की आशा पारेख ने अपने नायब अदाकारी से अपने फैंस का खूबन दिल जीता है। लेकिन उनके पर्सनल लाइफ की बता अक्रें तो उन्होंने कभी शादी नहीं की।
जिसको लेकर उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि फिल्म मेकर नासिर साहब ही एकमात्र ऐसे मर्द थे, जिनसे मैंने प्यार किया। मैं कभी भी घर तोड़ने वाली नहीं बनना चाहती थी। मेरे और नासिर साहब के परिवार के बीच कभी कोई अनबन नहीं हुई। मैं कभी हुसैन को उनके परिवार से अलग नहीं करना चाहती थीं, और इसी डर से मैंने शादी नहीं की।
साथ ही उन्होंने कहा कि “मेरा मानना है कि शादियां ऊपर से तय होती हैं और शायद इस मामले में भगवान मेरी जोड़ी बनाना ही भूल गए। मेरा मानना था कि शादी होने से ज्यादा जरूरी है अच्छी शादी होना। सिर्फ शादी का टैग लगाने के लिए मैं शादी नहीं करना चाहती थी। मेरी इच्छा थी कि मैं शादी तभी करूं जब मुझे मेरा मनपसंद साथी मिले।
ऐसा नहीं हुआ, इसलिए मैंने शादी नहीं की।” लेकिन अपने अनोखे अदाकारी का जादू करने वाली आशा पारेख ने अपने चाहने वालों के दिल में हमेशा से अपनी खास जगह बनाई है। और अब 30 सितंबर को भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए उन्हें दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से नवाजा जाएगा। जिसको लेकर उनके फैंस भी बहुत उत्सुक हैं।