उत्तराखंड में हुई आफत की बारिश, प्रदेशभर में 88 सड़कें बंद
देहरादूनः उत्तराखंड में मूसलादार बारिश का दौर जारी है। राज्य में आफत की बारिश बरस रही है। प्रदेश भर में भूस्खलन और मार्गों पर मलबा आने का क्रम शुरू हो गया है। राज्य में नेशनल हाइवे सहित 88 सड़कें बंद होने की खबर है। कपकोट के विधायक सुरेश गड़िया बारिश और मलबे से प्रभावित सड़क पर एक तरह से फंस गए। सड़क पार करने में उन्हें मदद की ज़रूरत पड़ी। कई गांवों से संपर्क टूटने, बिजली और और संचार व्यवस्था ठप होने की खबरें हैं। सड़क पर फंसे MLA, बिजली, संचार भी ठप…
यात्रियों को सड़क पर ही गुजारनी पड़ी रात
वहीं सोमवार तक राज्य में 64 सड़कें बंद थी। लेकिन बुधवार को हुई बारिश से 60 अन्य सड़कें भी बंद हो गई। हालांकि दिनभर में विभाग की ओर से बंद में से 36 सड़कों को यातायात के लिए खोल दिया गया। जिससे अब राज्य में 88 सड़कें बंद चल रही हैं। उन्होंने कहा कि इन सड़कों को खोलने के प्रयास चल रहे हैं। बारिश के बाद सड़कें बंद होने से तीर्थ यात्रियों की भी मुश्किलें दोगुनी हो गईं है। सड़क बंद होने से यात्रियों को सड़क पर ही रात गुजारनी पड़ रही है।.. राज्य में प्रमुख रूप से बंद सड़कों में थल-मुन्सयारी राज्य मार्ग, बडेथी- बद्रीगाड मोटर मार्ग, लम्बगांव- मोटना – रजाखेत – घनसाली मोटर मार्ग, हरिपुर- इच्छाड़ी- क्वानू- मीनस मोटर मार्ग, कालसी- चकराता मोटर मार्ग और चकराता- लाखामंडल मोटर मार्ग शामिल हैं।
CHO केंद्र, ANM सेंटर में ध्वस्त
प्रशासन द्वारा बंद सड़कों को खोलने को युद्धस्तर पर कार्य किया गया है, ताकि यात्रियों की मुश्किल कम हो सके। पर्वतीय जिलों में खराब मौसम बंद सड़कों को खोलने में बाधा बन रहा है। बागेश्वर में कई जगह भवनों के टूटने की भी खबरें हैं. यह कपकोट का असो में स्थित उपकेंद्र CHO केंद्र, ANM सेंटर है, जो बारिश से ध्वस्त हो गया।