धामी ने विभाजन विभीषिका सम्मान समारोह में वीर सेनानियों के परिजनों को दी श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पंजाबी सभा द्वारा आयोजित "विभाजन विभीषिका सम्मान समारोह" के दौरान सेनानियों के परिजनों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया ।
रविवार को पंजाबी सभा द्वारा आयोजित “विभाजन विभीषिका सम्मान समारोह” के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विभाजन की विभीषिका का दर्द सहने वाले तमाम सेनानियों के परिजनों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। उन्होंने विभाजन के दौरान जान गंवाने वालों वीर सेनानियों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की।
मुख्यमंत्री ने इस मौके घोषणा की कि विभाजन के दर्द की याद में स्मृति स्थल का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने इस अवसर पर कुछ वीर सेनानियों और संघर्षपूर्ण युग के वीरों को भी याद किया और उन्हें सम्मानित किया। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत के विकास के प्रति अपनी संकल्पित प्रतिबद्धता को भी दोहराया ।
विभाजन के दौरान वैमनस्य और दुर्भावना का दृढ़तापूर्वक सामना करने वाले, प्रत्येक व्यक्ति के प्रति अपनी सहानुभूति प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उस हिंसक उन्माद के दौर के इस परिसर में बैठे हमारे वरिष्ठों और उनके अनेकों साथियों ने, समाज के प्रति अपने कर्तव्य, राष्ट्र के प्रति अपनी कृतज्ञता, और मातृभूमि के प्रति अपने समर्पण को जीवंत रखा। इस बंटवारे ने जो जटिलताएं और विषमताएं, आजाद भारत के सामने ला कर खड़ी कीं, देश आज भी उनका सामना कर रहा है।
“भारत के विभाजन ने सामाजिक एकता, सद्भाव और मानवीय संवेदनाओं को तार-तार कर दिया था” – धामी
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत का विभाजन केवल एक भूभाग का विभाजन नहीं था, बल्कि इसने पीढ़ियों से साथ रहने वाले लोगों के बीच नफरत और सांप्रदायिकता की लकीर खींच दी थी। मुख्यमंत्री ने विभाजन के दर्द की याद में स्थापित स्मृति स्थल के निर्माण की भी घोषणा की। धामी ने कहा कि विभाजन के दौरान देश के वीर सेनानियों ने अपने समर्पण के साथ देश के लिए काम किया था ।
इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक और विधायक शिव अरोडा, महामण्डलेश्वर स्वामी धर्मदेव, विश्वास डाबर आदि उपस्थित थे ।