समान कार्य समान वेतन, नियमितीकरण समेत अन्य मांगों को लेकर सोमवार को प्रदेशभर के उपनल कर्मी देहरादून में एकत्रित हुए और सचिवालय कूच किया। प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़प हुई, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। करीब 90 कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया गया।
प्रदर्शनकारियों ने लगाए नारे
प्रदर्शनकारियों ने समान कार्य समान वेतन, नियमितीकरण, वेतन में वृद्धि, महंगाई भत्ता देने, पांच वर्ष से अधिक समय से कार्य कर रहे कर्मचारियों के पद सृजित करने समेत अन्य मांगों को लेकर नारेबाजी की।
प्रशासन ने वार्ता का प्रयास किया
दिनभर धरना-प्रदर्शन व नारेबाजी करने के बाद प्रदर्शनकारियों को शासन की ओर से वार्ता के बुलाया गया। उपनल कर्मचारियों का एक प्रतिनिधि मंडल सचिवालय में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव आरके सुधांशु व सैनिक कल्याण सचिव दीपेंद्र कुमार चौधरी से वार्ता करने पहुंचा, लेकिन वार्ता विफल रही।
उपनल कर्मियों ने सरकार पर लगाया आरोप
उपनल कर्मियों ने आरोप लगाया कि सरकार उनके साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार उनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं है।
आगे की रणनीति पर विचार
उपनल कर्मचारियों ने मंगलवार को अपनी आगे की रणनीति पर विचार करने के लिए बैठक बुलाई है।
उपनल कर्मियों की प्रमुख मांगें:
- समान कार्य समान वेतन का लाभ और नियमितीकरण किया जाए।
- सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन एसएलपी को वापस लिया जाए व हाईकोर्ट नैनीताल के निर्णय को लागू किया जाए।
- उपनल कर्मियों के वेतन में 20 प्रतिशत वृद्धि की जाए।
- उपनल कर्मियों को महंगाई भत्ता दिया जाए।
- जिन कर्मचारियों को लगातार पांच वर्ष से अधिक का समय कार्य करते हो गया है, उनके पद सृजित किए जाएं।