देहरादून शहर के एक बोर्डिंग स्कूल में नौवीं की छात्रा ने बाथरूम में फांसी लगाकर जान दे दी। छात्रा ने शरीर पर बांधने वाली गरम पट्टी से फंदा बनाया था। नौंवी कक्षा में पढ़ने वाली वाणी स्कूल परिसर के हॉस्टल में रहकर बीते दस सालों से पढ़ाई कर रही थी। रूम की अन्य छात्राओं ने बताया की रात के समय वाणी अन्य छात्राओं से पहले ही अपने कमरे में आ गई थी। इस बीच छात्राओं ने देखा कि वाणी अपने कमरे में नहीं है। इस पर उन्होंने आसपास देखा तो वह नहीं मिली।
बाद में उन्होंने देखा कि बाथरूम का दरवाजा अंदर से बंद है। जब उन्होंने आवाज लगाई तो अंदर से कोई आवाज नहीं आई। साथी छात्राओं ने हॉस्टल प्रबंधन को सूचना दी। हॉस्टल के कर्मचारियों ने दरवाजा तोड़कर देखा तो सबके होश उड़ गए। वाणी फंदे पर लटक रही थी। कर्मचारियों ने तुरंत ही उसे फंदे से उतारा और एक निजी अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टर ने वाणी को मृत घोषित कर दिया।
मामले की जानकारी तुरंत पुलिस को दी गई। पुलिस ने शव कब्जे में लिया और परिजनों को देहरादून बुलाया। छात्रा के शव का मंगलवार को डॉक्टर के पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया है। पंचायतनामे की वीडियोग्राफी की गई है।
पुलिस ने जब वाणी के कमरे की तलाशी ली तो कमरे से कॉपी में लिखा एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ। उसने सुसाइड नोट में अपनी मां के संबंध में कुछ बातें लिखी हैं। कुछ बातें आपत्तिजनक भी बताई जा रही हैं। पुलिस वाणी की ख़ुदकुशी की वजह पारिवारिक कलह मान रही है। जानकारी अनुसार वाणी की माँ अपने पति से अलग रह रही थी और वही उसके लिए खर्च आदि हॉस्टल में भेजती थीं। छात्रा की मां प्राइवेट कंपनी में काम करती है।