देहरादून : आईडीपीएल कर्मचारियों ने डीएफओ देहरादून ऑफिस का किया घेराव
आईडीपीएल कर्मचारी और वन विभाग के बीच खींचातानी लगातार जारी है। आईडीपीएल कर्मचारियों कि कहना है कि वे पिछले लंबे समय से वहां पर रह रहे हैं। ऐसे में उन्हें अब अचानक ही नोटिस थमा जगह खाली करने को बोला गया है... वही अब उनके पास दूसरी जगह जाने के लिए पैसे भी नहीं बचे हैं।
आईडीपीएल कर्मचारीयों और वन विभाग के मध्य चल रहे तनातनी के बीच आईडीपीएल कर्मचारियों ने डीएफओ देहरादून ऑफिस का घेराव किया। इस दौरान उन्होंने डीएफओ नीतीश मणी त्रिपाठी से मुलाकात भी करी और और डीएफओ को अपनी समस्याओं से अवगत कराया। इसके साथ ही उन्होंने डीएफओ को ज्ञापन भी सौंपा।
आईडीपीएल कर्मचारी और वन विभाग के बीच संघर्ष लगातार जारी है। आईडीपीएल कर्मचारियों कि कहना है कि वे पिछले लंबे समय से वहां पर रह रहे हैं। ऐसे में उन्हें अब अचानक ही नोटिस थमा जगह खाली करने को बोला गया है… वही अब उनके पास दूसरी जगह जाने के लिए पैसे भी नहीं बचे हैं। उनकी तरफ से हाई कोर्ट से स्टे का भी ऑर्डर लाया गया था। लेकिन इसका भी पालन वन विभाग के अधिकारियों द्वारा नहीं किया जा रहा है। साथ ही वहां के निवासियों की तरफ से वन विभाग पर यह भी आरोप लगाए जा रहे हैं कि उन्हें जबरन गैर कानूनी तरीके से बाहर निकाला जा रहा है और उनके घरों पर सील लगाने की प्रक्रिया की जा रही है।
तो वहीं दूसरी तरफ डीएफओ नीतीश मणि त्रिपाठी ने भी अपनी बात रखते हुए बताया कि किसी भी तरीके की जबरदस्ती नहीं की जा रही है। पूरी कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए उन्हें नोटिस दिया जा रहा है इसके बाद ही किसी तरह की कार्रवाई की जा रही है। साथ ही उन्होंने अभी बताया कि हाई कोर्ट की तरफ से किसी भी तरह के स्टे का ऑर्डर प्राप्त नहीं हुआ है। हिस्ट्री ऑर्डर आने की स्थिति में उसका अनुपालन किया जाएगा।
अब इस खींचातानी के बीच कर्मचारियों को घर खाली करने के आदेश के बाद से ही नींदे उड़ी हुई है… अब इसी बीच देखना यह है कि वन विभाग और आईडीपीएल के कर्मचारियों के बीच का यह संघर्ष क्या मोड़ लेता है।