जिलाधिकारी कार्यालय में नौकरी का फर्जी नियुक्ति पत्र बनाकर धोखाधड़ी करने वाले राज्य सम्पत्ति विभाग के फर्जी अधिकारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने एक व्यक्ति से उसकी पुत्री की नौकरी लगाने के एवज में धनराशि वसूली थी। आरोपी के कब्जे से अलग-अलग विभागों के फर्जी पहचान पत्र व अन्य दस्तावेज पुलिस ने बरामद किए हैं। आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अनमोल गुप्ता निवासी आढ़त बाजार हाल त्रिरूपति ट्रेवल्स प्रिंस चौक ने कोतवाली नगर में तहरीर दी कि रविवार को उनकी दुकान पर एक लड़का आया, जिसने अपना नाम संजय कुमार निवासी जेल कचहरी पौड़ी गढ़वाल बताते हुए स्कूटी संख्या यूके07टीडी-5926 किराये पर ले गया था। शुरू के दस दिनों तक स्कूटी का किराया दिया पर अब ना तो वह फोन उठा रहा है और ना हमारी गाड़ी वापस कर रहा है। इस संबंध में कोतवाली नगर में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई। दूसरी ओर जगदीश सिंह निवासी कृष्णा एक्लेव आमवाला तरला सहस्त्रधारा रोड़ ने तहरीर दी कि अवनीश भट्ट नाम के व्यक्ति ने स्वंय को उत्तराखंड सचिवालय में राज्य सम्पत्ति विभाग में वर्ग-2 का अधिकारी बताते हुए जिलाधिकारी कार्यालय देहरादून में डाटा ऑपरेटर के पद पर उसकी पुत्री की नियुक्ति लगवाने की बात कही गई तथा उसके लिये उनसे 20 हजार रूपए की मांग की गयी, जो वादी द्वारा उसके बताये हुए नम्बर पर गूगल पे के माध्यम से ट्रांसफर किये गए। अवनीश भट्ट द्वारा वादी की पुत्री को एक नियुक्ति पत्र दिया गया जो जिलाधिकारी कार्यालय से जारी किया गया था।
नियुक्ति पत्र को लेकर जब वादी व उनकी पुत्री जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे तो कार्यालय के माध्यम से उन्हें ज्ञात हुआ कि नियुक्ति पत्र फर्जी है। पुलिस टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर मुकदमें में वांछित आरोपी संजय कुमार को रेलवे स्टेशन के पीछे बारात घर के पास से स्कूटी संख्या यूके07टीडी-5926 के साथ गिरफ्तार किया गया। आरोपी के कब्जे से पुलिस टीम द्वारा अलग-अलग विभागों के फर्जी पहचान पत्र व अन्य दस्तावेज बरामद किये गये।
अलग-अलग नामों से बनवाए थे आधार कार्ड
पूछताछ में आरोपी संजय कुमार द्वारा बताया कि उसने राज्य सरकार तथा केन्द्र सरकार के विभिन्न विभागों में अलग-अलग पद की अवनीत भट्ट के नाम से फर्जी पहचान पत्र तथा अवनीत भट्ट व संजय कुमार के नाम से अलग-अलग आधार कार्ड बनाए गए, जिससे उसने समाज कल्याण विभाग में पेन्शन, वृद्धावस्था पेंशन, आर्थिक योजना तथा श्रम विभाग में लोन का पैसा सेटेलमेंट का झांसा देकर कई लोगों से पैसों की ठगी की गयी।