वर्ष 2008 में नेहरू कॉलोनी थाने में देहरादून की लेडी डॉन के नाम से चर्चित रुचि क्षेत्री ने पति विनय क्षेत्री की हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। विनय क्षेत्री प्रॉपर्टी डीलर का काम करते थे। पुलिस द्वारा की गई जांच में पाया गया की रूचि ने ही अपने कुछ साठवियो क साथ मिल कर अपने पति की हत्या करवाई है। जांच के आधार पर पश्चिमी यूपी के कुख्यात यतेंद्र चौधरी, हरीश कुमार, रामबीर, सुमित कुमार और मुकदमा कराने वाली रुचि क्षेत्री समेत सात लोगों को आरोपी बनाकर 24 जून वर्ष 2008 को अदालत में आरोप पत्र दाखिल कर दिया था। बता दें कि रुचि क्षेत्री की भी कोरोनाकाल में मृत्यु हो चुकी है।
मामले में गिरफ्तार पश्चिमी यूपी के कुख्यात यतेंद्र चौधरी के पास से एक मोबाइल फोन और मृतक के शरीर से पोस्टमार्टम के दौरान निकली एक गोली बरामद की गई। दोनों को चार्जशीट में अहम साक्ष्य के रूप में जोड़ा गया।
यह मामला अपर सत्र न्यायाधीश अष्टम देहरादून की कोर्ट में ट्रायल पर है। कोर्ट ने छह जनवरी को अंतिम मौका देकर आदेश दिया कि इस पूरे मामले में सील फोन और गोली 20 जनवरी को पेश किया जाए । नेहरू कॉलोनी थाने के मालखाने में इन दोनों साक्ष्यों को ढूंढ़ा गया। लेकिन, इस दौरान पता चला कि मालखाना रजिस्टर में दोनों ही सबूत दर्ज नहीं हैं। यही नहीं वहां के रजिस्टर में भी ये दर्ज नहीं थे। इसके बाद कचहरी स्थित मालखाने में तलाश की गई तो वहां के रजिस्टर में भी इनकी कोई एंट्री नहीं मिली। प्रकरण से यह अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि किसी ने इनको मालखाने से गायब किया है।
पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ गबन का मुकदमा दर्ज कर लिया।