इन दिनों साइबर फ्रॉड Cyber Fraud के मामलों का स्तर बढ़ता ही जा रहा है। हर दूसरे दिन साइबर ठग Cyber Thugs किसी न किसी को अपना शिकार बना उनसे लाखों रूपए हड़प रहे है। कभी कोई नकली अफसर बन कर या कभी किसी परिचित की आवाज़ में बात कर लोगों से रकम हड़पी जा रही है। लोगों के बीच सतर्कता लाने के लिए पुलिस द्वारा कई अभियान चला रही है। मोबाइल में SMS , सोशल मिडिया में प्रचार प्रसार कर रही है लेकिन इतनी जागरूकता के बाद भी साइबर अपराधी कोई न कोई पैंतरा अपना कर लोगों को बेवकूफ बनाने में सफल हो जाते है।
ऐसा ही एक और मामला सामने आया है देहरादून से। जहां एक महिला को साइबर ठगों Cyber Thugs ने फ़ोन कर खुद को सीबीआई अफसर बताया और महिला से पांच लाख रूपए ठग लिए। गुनियाल गांव निवासी मीना राधा कृष्ण ने साइबर ठग के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पीड़िता ने शिकायत दर्ज कृते हुए बताया कि ठग द्वारा खुद को कोरियर सर्विस का अधिकारी बताया और कहा कि आपको एक पार्सल भेजा गया था। वह कस्टम के अधिकारियों ने एयरपोर्ट पर पकड़ लिया। अधिकारियों द्वारा जब पार्सल को चेक किया गया तो उसमें ड्रग्स मिली है। साथ ही पार्सल पर आपका आधार कार्ड और नाम पता लिखा हुआ है। कस्टम में छुड़वाने के नाम पर उससे रकम हड़प ली।
ठगों ने इस बात की शिकायत ऑनलाइन दर्ज करवाने के लिए एक अन्य नंबर के साथ कनेक्ट किया। महिला से नए नंबर से कनेक्ट होने के बाद बात करने वाले ने खुद को प्रकाश कुमार बताते हुए मुंबई का पुलिस अधिकारी बताया। नकली पुलिस अधिकारी ने बताया कि उसके आधार कार्ड का इस्तेमाल 10 राज्यों में अपराध में हुआ है। जिसके बाद उन्होंने महिला के व्हाट्सएप पर आरबीआई, सीबीआई और फाइनेंस डिपार्टमेंट से चल रही जांच से संबंधित पत्र भेजे गए।
ठगों Cyber Thugs की बातों में आकर महिला घबरा गई और जांच में सहयोग करने के नाम पर पांच लाख रुपए फोनकर्ता के बताए खाते में जमा करवा दिए। लेकिन जब महिला को खुद के साथ हुए इस फ्रॉड के बारे में पता चला तो वह पुलिस ठाणे गई और शिकायत दर्ज करवाई।
थाना राजपुर प्रभारी पीडी भट्ट ने बताया कि पीड़िता की तहरीर के आधार अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। साथ ही पीड़िता के पास आए फोन नंबरों की भी जांच पुलिस द्वारा की जा रही है।