सरकारी और निजी भूमि को कब्ज़ाने के आरोप में सीबीआई ने देहरादून के उद्योगपति सुधीर विंडलास सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। उद्योगपति सुधीर विंडलास पर इस मामले के अलावा तीन मुकदमे दर्ज हो चुके हैं, जो जमीन कब्जाने और धोखाधड़ी से बेचने के आरोपों पर आधारित हैं।
इस साल की शुरुआत में सरकार की संस्तुति पर सीबीआई ने विंडलास समेत 20 लोगों के खिलाफ चार मुकदमे दर्ज किए थे। विंडलास पर राजपुर में बेशकीमती जमीनों का धोखाधड़ी कर एक अन्य कारोबारी को बेचने का आरोप है।
उपरोक्त घटनाएं वर्ष 2018 और 2022 में घटित हुईं थीं, और इनके सम्बंध में शिकायतें पुलिस और आरोपितों द्वारा दर्ज की गई थीं। सीबीआइ ने उपयुक्त जाँच के बाद गिरफ्तारीयों को गिरफ्तार कर लिया है और उनकी जांच जारी है।
बता दें कि साल 2022 में सुधीर विंडलास और उनके परिजनों व कर्मचारियों पर देहरादून के ही एक कारोबारी ने मुदकमा दर्ज कराया था। कारोबारी ने आरोप लगाया था कि सुधीर विंडलास ने जमीनों के फर्जी दस्तावेज बनाकर उन्हें बेचा है। मृत लोगो के स्थान पर अपने ही कर्मचारियों को रख उनके साथ धोखा किया।
इसके बाद एक मुकदमा पूर्व सैन्य अधिकारी ने दर्ज कराया। 2018 में इसी तरह का एक मुकदमा दर्ज किया गया था। पहले सभी मामलों की जांच पुलिस कर रही थी मगर पीड़ित पक्ष ने सरकार से सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी। सरकार ने गहन विचार कर इन मुकदमों को सीबीआई को ट्रांसफर करने की संस्तुति कर दी।
जांच के दौरान सीबीआई ने सुधीर विंडलास के घर, ठिकानों और संस्थान पर भी छापे मारे। जहां बुधवार को उद्योगपति सुधीर विंडलास, रवि दयाल व दो अन्य को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है।I