उत्तराखंड कोविड कर्मचारियों ने आज विधानसभा कूच किया। कोविड कर्मचारी संतोष राणा ने कहा कि कोरोना काल में जान जोखिम में डालकर सेवा देने का हमें ये सिला मिला कि 24 दिनों से हम धरना स्थल पर धरना दे रहे हैं। बीते 110 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठने को विवश हैं। कोविड वॉरियर्स का कहना कि हमें नौकरी से निकाले जाने के बाद हम कोविड कर्मचारियों अपनी सेवा अच्छो से कार्य किया करोनो के दौरान जब कई मंरीजो को हाथ नही लगा रहे थे उस समय हमने कार्य किया कोविड वॉरियर्स का कहना है कि हमें अगर सरकार बता कि आगो करना हो या नही पर इस तरफ हमारे खिलवाड ना करों कब तक हम धरना देते रहें हमें 246 दिन से ज्यादा हो गए हैं वही मांगें को लेकर बुधवार को विधानसभा के लिए कूच कर दिया, लेकिन कर्मचारियों को पुलिस ने रिस्पना पुल के पास ही रोक लिया गया। इस दौरान पुलिस और कर्मचारियों के बीच कहासुनी हुई
कोविड-19 कर्मचारियों का कहना है कि हमारी केवल एक ही मांग है कि हम 900 कर्मचारियों को स्वास्थ्य विभाग में पुनः समायोजित किया जाए। जिससे हम अपनी बदत्तर होती आर्थिकी को बेहतर कर सकें। कर्मचारियों का कहना है कि हमारी आर्थिक स्थिति खराब हो गई है।
कोविड वॉरियर्स 246 दिन से एकता विहार में चल रहा प्रदर्शन सभी कर्मचारी कोरोना काल में विभिन्न अस्पतालों में नौकरी पर रखे गए थे। कोरोना खत्म होने के बाद इन सभी कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया गया। इसमें पूरे उत्तराखंड से करीब 900 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया था। इसके बाद से सभी कर्मचारी नौकरी में सेवा विस्तार की मांग कर 246 दिन से एकता विहार में प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, करीब तीन महीने से अधिक आमरण अनशन भी कर चुके हैं। इस दौरान कई कर्मचारियों की तबीयत भी खराब हुई और उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा, लेकिन सरकार उनकी नहीं सुन रही है।I