पेपर लीक की घटनाओं से आयोग लेगा सबक, परीक्षा प्रक्रिया में होंगे अहम बदलाव
प्रदेश में तमाम भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक होने की घटनाओं से सबक लेकर उत्तराखंड लोक सेवा आयोग (UKPSC) अब परीक्षा प्रक्रिया में बड़े बदलाव की तैयारी में है।
इसके तहत आयोग ने पूर्व में काम कर रहे कुछ विषय विशेषज्ञों को हटाने के साथ ही क्वैश्चन बैंक के सवालों को भी बदलने का निर्णय लिया है। जानकारी के मुताबिक आयोग ने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है।
दरअसल पटवारी–लेखपाल भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में खुलासा हुआ था कि, मुख्य आरोपी और आयोग में अनुभाग अधिकारी के पद पर कार्यरत संजीव चतुर्वेदी ने क्वैश्चन बैंक के 380 सवाल लीक कर दिए थे।
बीती 8 जनवरी को हुई परीक्षा में इन 380 में से 35 सवाल आए थे। इस खुलासे के बाद आयोग ने परीक्षा रद्द कर अगली तिथि 12 फरवरी घोषित की है।
इस प्रकरण को देखते हुए अब उत्तराखंड लोक सेवा आयोग क्वैश्चन बैंक में बदलाव करने की दिशा में काम कर रहा है।
आयोग का कहना है कि पुराने पेपर और सवालों को हटा कर भविष्य में होने वाली सभी परीक्षाओं में नए सवाल शामिल किए जाएंगे। आयोग का कहना है कि भविष्य में ऐसा क्वैश्चन बैंक तैयार किया जाएगा, जिसमें सवालों की संख्या दस हजार से अधिक होगी।
इसके साथ ही आयोग प्रश्नपक्ष तैयार करने वाले विशेषज्ञों की स्क्रूटनी भी करने जा रहा है। बताया जा रहा है कि पुराने और कम सक्रिय विशेषज्ञों को हटाकर नए विशेषज्ञों को पैनल में शामिल किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक अब उत्तराखंड लोक सेवा आयोग परीक्षाओं के प्रश्नपक्ष बनाने के लिए उत्तराखंड से बाहर, देशभर के विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञों की भी सेवा लेगा।
आयोग का कहना है कि इसके लिए ऐसे विषय विशेषज्ञों का चयन किया जाएगा जिनका रिकॉर्ड बेदाग हो। इसके लिए आयोग विशेषज्ञों का चयन करने से उनकी गोपनीय जांच भी करवाएगा।
इसके अलावा गोपन जैसे अति संवेदनशील अनुभाग में अधिकारियों, कर्मचारियों की तैनाती भी गहन जांच पड़ताल के बाद की जाएगी।
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