देहरादून । मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने गुरूवार को सचिवालय में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत प्रदेश में बन रही सड़कों और पुलों की प्रगति की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों को जोड़ने के लिए बनायी जा रही यह सड़कें बहुत ही महत्त्वपूर्ण हैं, इनका निर्धारित समयसीमा के अंदर बनाया जाना अति महत्त्वपूर्ण है। उन्होंने इन सड़कों का कार्य पूरा करने के लिए जिलाधिकारी एवं डीएफओ को उच्च प्राथमिकता पर लेकर इन सड़कों का निर्माण प्रत्येक स्थिति में पूर्ण करने पर जोर दिया।
मुख्य सचिव ने कहा कि सभी जिलाधिकारी एवं डीएफओ लगातार बैठकें आयोजित कर योजनाओं के पूर्ण होने में आ रही समस्याओं को निस्तारित कर कार्य पूरा कराएं। उन्होंने कहा कि कम समय में अधिक कार्य पूरा करने के लिए 2 या 3 शिफ्ट में कार्य पूरा कराया जा सके इसकी संभावनाएं भी तलाशी जाएं। उन्होंने मुख्य अभियंता एवं अन्य उच्चाधिकारियों को मौके पर जाकर समस्याओं के निस्तारण के निर्देश भी दिए। उन्होंने विभिन्न कार्यों की मॉनिटरिंग के लिए बनाए गए नोडल अधिकारियों को लगातार सम्बन्धित से सम्पर्क कर समस्याओं के निस्तारण किए जाने की बात कही।
मुख्य सचिव ने कहा उच्च प्राथमिकता के कार्यों को रूटीन कार्यों की भांति न कर प्रतिदिन उसके लिए समय निकालने की आवश्यकता है। कहा कि प्रतिदिन कार्यों में लगे श्रमिकों एवं मशीनों की संख्या की जानकारी लेकर बचे काम को समय पर समाप्त करने के लिए कितने श्रमिकों को बढ़ाने की आवश्यकता है, इसकी रिपोर्ट मांगी जाए।
इस अवसर पर सचिव राधिका झा सहित सम्बन्धित विभाग के अन्य अधिकारी एवं जनपदों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलाधिकारी उपस्थित थे।
वही दूसरी ओर मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु की अध्यक्षता में गुरुवार को सचिवालय में यूनीफाईड मैट्रोपोलिटन ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी की बैठक आयोजित हुयी। बैठक के दौरान स्पेशल परपज व्हीकल (एसपीवी) के गठन पर चर्चा हुयी।
मुख्य सचिव ने एसपीवी की बैठकों में बस, विक्रम एवं शहर के अन्य यातायात वाहनों के प्रतिनिधियों को भी इसमें शामिल करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसमें शहर के ऐसे प्रबुद्धजन जो यातायात सुधारने में अच्छे सुझाव दे सकते हैं, उन्हें अवश्य शामिल किया जाए। उन्होंने कहा देहरादून के यातायात के साथ ही प्रदूषण स्तर में सुधार लाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं। ई-व्हीकल और सीएनजी से संचालित वाहनों को बढ़ावा दिए जाने हेतु एक अच्छी पॉलिसी शीघ्र तैयार किए जाने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने यातायात की समस्या के लिए जंक्शन सुधार आदि पर लगातार कार्य किए जाने, नो पार्किंग में पार्किंग पर चालान आदि कार्यों को लगातार जारी रखने के भी निर्देश दिए।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, सचिव अरविन्द सिंह ह्यांकी, एस.एन. पाण्डेय, जिलाधिकारी देहरादून सोनिका, उपाध्यक्ष एमडीडीए बंशीधर तिवारी एवं उत्तराखंड मैट्रो रेल से जितेन्द्र त्यागी सहित अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।
वही दूसरी ओर मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु की अध्यक्षता में गुरुवार को सचिवालय में देहरादून में व्यय वित्त समिति की बैठक आहूत हुयी। मुख्य सचिव ने कहा कि आयुर्वेद की सम्भावनाओं को देखते हुए प्रदेश में इसे अधिक से अधिक बढ़ावा दिए जाने की आवश्कता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक योग और आयुष को बढ़ावा दिया जाए, इसके लिए प्रदेश स्तर पर आयुष का एक बड़ा संस्थान बनाया जाना आवश्यक है।
बैठक के दौरान जनपद देहरादून के चकराता विधानसभा में दावापुल से कुराड़ सिंचाड़ जोगियों मोटर मार्ग का सुधारीकरण एवं डामरीकरण कार्य, केन्द्र पोषित योजनान्तर्गत जनपद चम्पावत के टनकपुर में 50 शैय्यायुक्त आयुष चिकित्सालय एवं जनपद पौड़ी के कोटद्वार में 50 शैय्यायुक्त आयुष चिकित्सालय को स्वीकृति प्रदान की गयी।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, सचिव पंकज कुमार पाण्डेय एवं अपर सचिव विजय जोगदण्डे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।