चारधाम यात्रा: टूटा रिकॉर्ड, 50 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किये दर्शन
उत्तराखंड में चल रही चारधाम यात्रा में पहुंच रहे श्रद्धालुओं का रिकॉर्ड ध्वस्त हो चूका है। ज्यादा संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान सही साबित हो गया है। यात्रा सम्पन्न होने में एक माह का समय शेष है लेकिन 50 लाख से ज्यादा श्रद्धालु चारधाम पहुंच चुके है। वही अब आगे संख्या और बढ़ने की उम्मीद है।
उत्तराखंड पर्यटन(tourism) की दृष्टि से एक सम्पूर्ण राज्य माना जाता है। कई पावन स्थल होने के चलते भी श्रद्धालु यहाँ दर्शन को पहुंचते है। चार धाम की यात्रा को लेकर भी हर साल सरकार पूरी तैयारियों के साथ देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं(devotees) का स्वागत करती है। कोरोना काल के समय पर्यटन पर पड़े असर को खत्म कर इस वर्ष उम्मीद से ज्यादा श्रद्धालु पहुंच चुके है। चार धाम यात्रा(chardham yatra) करने वाले श्रद्धालुओं(devotees) की संख्या 50.12 लाख से अधिक पहुंच गई है। रोजाना चारो धामों में 20 से 22 हजार श्रद्धालु दर्शन कर रहे हैं।
इस वर्ष चल रही चारो धामों(chardham yatra) की यात्रा को संपन्न होने में लगभग एक माह का समय शेष है। यात्रा अब अपने अंतिम चरण पर पहुंच चुकी है। जिसके चलते केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में भक्तों की भीड़ बेतहाशाह उमड़ रही है। वही पहली बार यात्रा में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 50 लाख पार हो गया है। अप्रैल माह में शुरू हुई चारधाम यात्रा को लेकर पहले से ही यह अनुमान लगाया जा रहा था कि इस बार यात्रा का रिकॉर्ड टूट सकता है। चारधाम यात्रा के चलते बीच में पंजीकरण अधिक होने से यात्रा को कुछ समय के लिए रोका भी गया था। लेकिन बाद में यात्रा फिर शुरू कर दी गयी थी।
चारधाम यात्रा(chardham yatra) के लिए प्रदेश सरकार(uttarakhand) की ओर से पंजीकरण अनिवार्य किया गया है। जानकारी अनुसार चारधाम यात्रा के लिए अब तक 71 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने पंजीकरण कराया है। चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं(devotees) के हुजूम को देखते हुए प्रदेश के पर्यटन को न केवल पंख लगेंगे बल्कि स्थानीय लोगो को भी रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। चारधाम यात्रा को सुगम बनाने के लिए सरकार की ओर से भी तमाम प्रयास किये जा रहे है धामों में पुनर्निर्माण के कार्यो का काम लगातार जारी है।
चारधाम यात्रा(chardham yatra) में हर साल तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन धामों में श्रद्धालुओं के ठहरने की सीमित व्यवस्था है। वही सरकार का अनुमान है कि 2030 तक चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं(devotees) की संख्या एक करोड़ हो जाएगी। जिसके लिए केदारनाथ पुनर्निर्माण और बदरीनाथ धाम का मास्टर प्लान में धारण क्षमता बढ़ाने पर सरकार का फोकस है।
दर्शन कर चुके श्रद्धालुओं के आंकड़े :
केदारनाथ : 17,08,868
बद्रीनाथ : 15,84,790
गंगोत्री : 8,46,471
यमुनोत्री : 6,94,830
हेमकुंड साहिब : 1,77,463