चारधाम यात्रा : टुटा रिकॉर्ड, 46.49 लाख से अधिक श्रद्धालु कर चुके है दर्शन, लग रहा लंबा जाम
चारधाम यात्रा ने फिर पकड़ी रफ़्तार, यात्रा पड़ावों पर लग रहा लम्बा जाम
उत्तराखंड में इस साल की चारों धाम केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा के साथ इस बार पहली बार हेमकुंड साहिब में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है देश दुनिया से श्रद्धालु अपनी अपनी मन्नतें लेकर भगवान के दरबार में पहुंच रहे है… यात्रा संपन्न होने में अभी डेढ़ माह का समय बचा हुआ है लेकिन अभी ही पिछले साल का रिकॉर्ड टूट गया है… 2020 और 2021 में कोविड महामारी से चारधाम यात्रा बाधित रही। संक्रमण कम होने पर कोविड प्रोटोकॉल की बंदिशों के बीच यात्रा संचालन किया। पर्यटन विभाग के आंकड़ों के हिसाब से कोविद काल में 2020 में 3.23 लाख तीर्थयात्री पहुंचे, जबकि 2021 में 5.30 लाख ने दर्शन किए। 2022 में चारधाम यात्रा पूर्ण रूप से संचालित हुई। पूरे यात्रा काल में 46.29 लाख तीर्थयात्रियों ने दर्शन कर रिकॉर्ड बनाया था। कोविड महामारी के बाद पिछले साल पूरे यात्रा काल में केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री और हेमकुंड साहिब में पहली बार 46.29 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन करने का रिकॉर्ड बनाया था। वही पर्यटन विभाग के रिकॉर्ड अनुसार इस बार अब तक 46.49 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।
यात्रा सीजन शुरू होते ही भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन को पहुंच रहे थे वही बीच में मॉनसून सीज़न के कारण राज्ये के तमाम क्षेत्रों में साथ ही यात्रा के पड़ावों में लैंड स्लाइड , तेज़ बारिश जैसी तमाम मुश्किलें आ रही थी.. जहा सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए सभी श्रद्धालुओं से यात्रा रोकने की अपील की गयी थी.. लेकिन वही मानसून विदा होने के बाद चारधाम यात्रा की रफ़्तार तेज़ हो गयी है… श्रद्धालुओं की भीड़ इस कदर बढ़ गयी है की एक दिन में चारधाम और हेमकुंड साहिब में 40 हजार से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर रहे हैं।
इस वर्ष चारधाम यात्रा में 22 अप्रैल से गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ यात्रा का आगाज हुआ। 25 अप्रैल को केदारनाथ और 27 अप्रैल को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने पर यात्रा पूर्ण रूप से संचालित हुई। पर्यटन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, चारधाम यात्रा में अब तक 46.49 लाख यात्री दर्शन कर चुके हैं। अभी यात्रा के लिए डेढ़ माह का समय बाकी है।
बदरीनाथ धाम में प्रतिदिन 10 हजार से अधिक तीर्थयात्री दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। 24 अक्तूबर को विजयादशमी के दिन बदरीनाथ के कपाट बंद होने की तिथि तय होगी।
हमेशा की तरह केदारनाथ धाम के कपाट 15 नवंबर को भैया दूज के दिन बंद करने की परंपरा है। केदारनाथ यात्रा के लिए अभी 40 दिन शेष रह गए हैं। बाबा केदार के द्वार पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है, जिससे मंदिर समिति को गर्भगृह में दर्शन पर रोक लगानी पड़ रही है। साथ ही सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक जाम लग रहा है।
पर्यटन विभाग की ओर से चारो धामों में 5 अक्तूबर तक दर्शन कर चुके श्रद्धालुओं के आँकड़े जारी किये गए है…
धाम तीर्थयात्रियों की संख्या
केदारनाथ 15,31,946
बदरीनाथ 14,57, 755
गंगोत्री 81,6362
यमुनोत्री 6,73,462
हेमकुंड साहिब 1,69,467
लगातार बढ़ती श्रद्धालुओं की संख्या से यात्रा पढ़ावो में जगह जगह बहुत लम्बा ट्रैफिक जाम लगा हुआ है… प्रमुख पड़ाव उत्तरकाशी के ज्ञानसू और भटवाड़ी रोड़ और बड़कोट के सरूखेत, पुरानी तहसील व डायट के गेट के पास एवं रानाचट्टी और फूलचट्टी के बीच में हर दिन जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है। वही बद्रीनाथ धाम में पिछले एक वर्ष से मास्टर प्लान का काम चल रहा है। बदरीनाथ बाजार में भी वाहनों की आवाजाही बाईपास मार्ग से कराई जा रही, जिससे तीर्थयात्री दुश्वारियों का सामना कर बदरीनाथ धाम पहुंच रहे हैं। आपदा में बदरीनाथ एनएच कई जगहों पर खस्ता हालत में है। पागलनाला से मारवाड़ी (27 किमी) तक सड़क बेहद खराब है…
सार:
उत्तराखंड में चल रही चारधाम यात्रा के साथ ही हेमकुंड साहिब में भी इस बार श्रद्धालुओं का रिकॉर्ड टूट गया है… पर्यटन विभाग के जारी आंकड़ों के अनुसार कोविद काल के दौरान पहुंचे श्रद्धालुओं के आंकड़ो को इस बार यात्रा संपन्न के डेढ़ माह पहले ही पार कर दिया गया है। बढ़ती लगातार संख्या को देखते हुए यात्रा पड़ावों पर जाम की लम्बी लम्बी लाइन बनी हुई है, जिससे यात्रियों को काफी दिक्क्तों का सामना करना पढ़ रहा है.. 24 अक्तूबर को विजयादशमी के दिन बदरीनाथ के कपाट और भैया दूज के दिन केदारनाथ के कपाट बंद होने तिथि घोषित की जायगी जिसको देखते हुए यात्रा के शेष बचे दिनों में और भी अधिक श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ सकती है… वही पर्यटन विभाग के रिकॉर्ड अनुसार इस बार अब तक 46.49 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।