Captain accident case: परिवहन विभाग की तकीनीकी टीम ने किया स्थलीय निरीक्षण, सौंपी रिपोर्ट
हाथीबड़कला में सेना के कैप्टन की मौत के मामले में सड़क हादसे का कारण जानने के लिए परिवहन निगम की तकनीकी टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और तमाम सुझाव की रिपोर्ट सड़क सुरक्षा समिति को भेजी।
बीते मंगलवार को हाथीबड़कला में सेंट्रियो माल(centrio mall) के बाहर बेतरतीब खड़े कैंटर (ट्रक) के कारण सेना के कैप्टन की मौत के मामले में परिवहन निगम की ताकिनी टीम भी घटनास्थल का निरीक्षण करने पहुंची। आपको बता दे की मृत सेना के कैप्टन सृजन पांडे मूल रूप से गोमती नगर लखनऊ के थे और देहरादून में क्लेमेनटाउन स्थित 205 इंजीनियर रेजीमेंट में तैनात थे। मंगलवार की श्याम वह सेंट्रियो माल(centrio mall) से अपने दोस्त फ्लाइंग आफिसर सिद्धार्थ मेनन के साथ निकास द्वार से आ रहे थे जहा प्रवेश द्वार पर खड़े कैंटर के पिछले हिस्से से उनकी कार टकरा गई और हादसा हो गया। हादसे में फ्लाइंग आफिसर सिद्धार्थ मेनन भी घायल हो गए और उनका इलाज़ चल रहा है।
हादसे की सुचना पर परिवहन विभाग भी हरकत आय और तकनीकी टीम द्वारा बीती गुरुवार सुबह दुर्घटनास्थल का निरीक्षण किया। हाथीबकड़ला पुलिस चौकी से दिलाराम तिराहे तक के दुर्घटना(accident) संभावित क्षेत्र की पड़ताल की गई। जब टीम ने निरीक्षण किया तो उन्होंने पाया की वह सड़क दुर्घटना(accident) के लिहाज से काफी संवेदनशील हो गया है। मार्ग की खामियों, माल की प्रवेश व निकासी की व्यवस्था की टीम ने बारीकी से जांच-पड़ताल की। टीम ने सुधार के सुझाव के साथ अपनी रिपोर्ट सड़क सुरक्षा समिति को भेज दी है।
माल के बाहर दुर्घटना(accident) रोकने के लिए रिपोर्ट में यह सुझाव दिए गए :
1.सड़क के दोनों ओर के किनारे पर सोल्डर कटे हुए हैं, जिनको तत्काल भरा जाना आवश्यक है।
2.दुर्घटनास्थल पर पथ-प्रकाश की समुचित व्यवस्था नहीं है, जिसे विभाग से दुरुस्त कराया जाए।
3.सेंट्रियो माल में बाहर से अंदर आने वाले ट्रकों और बाहर जाने वाले ट्रकों को मुख्य मार्ग पर दिशा-निर्देश देने के लिए माल प्रबंधन को कर्मचारी नियुक्त करने को कहा गया।
4.माल प्रबंधन को प्रवेश द्वार और निकास द्वार पर बोर्ड लगाने को कहा गया।
5.कार्यदायी संस्था को रोड मार्किंग, कैट-आई, स्पीड लिमिट बोर्ड व धीरे चलें का बोर्ड लगाए जाने व मार्ग का चौड़ीकरण को पत्र भेजा जा रहा।
6.इस स्थान पर मार्ग सीधा है, जिससे वाहनों की गति अधिक रहती है। इसे देख कार्यदायी संस्था को मार्ग पर गति नियंत्रण के लिए रंबल स्ट्रिप लगाने व रोड मार्किंग के भी निर्देश है।