उत्तराखंड: सीजन से पहले खिलने लगा बुरांश
उत्तरकाशी में खिलने लगे बुरांश के फूल
इसी बीच उत्तरकाशी से एक खबर सामने आई है। इन दिनों सीमांत जिले उत्तरकाशी में जनवरी के दूसरे पखवाड़े में ही बुरांश खिल उठे हैं। यह घटना अनोखी इसलिए है, क्योंकि बुरांश के फूल आमतौर पर 15 मार्च से 30 अप्रैल के बीच खिलते हैं। वनस्पति विज्ञानी इस बदलाव को जलवायु परिवर्तन का परिणाम मान रहे हैं। बुरांश के फूलों का समय से पहले खिलाना साफतौर पर जलवायु परिवर्तन का संकेत है।
उत्तराखंड का राज्य वृक्ष
आपको बता दें कि, बुरांस (रोडोडेंड्रोन), उत्तराखंड का राज्य वृक्ष है. राज्य में बुरांस की कई प्रजातियां पाई जाती हैं, जो ऊंचाई और स्थान के हिसाब से अलग-अलग होती हैं. आमतौर पर बुरांस लाल, गुलाबी और सफेद रंग के देखने को मिलते हैं. जिसमें लाल रंग के बुरांस का उपयोग ज्यादा किया जाता है. बुरांस में कई औषधीय गुण भी पाए जाते हैं. इसका जूस और शरबत बेहतर पेय पदार्थ में शामिल है. बुरांस का जूस दिल से लेकर लिवर को स्वस्थ रखता है. जबकि, पहाड़ों में बुरांस आय का जरिया भी माना जाता है. कई लोग बुरांस के जूस बेचकर से अपनी आजीविका भी चलाते हैं.
बुरांस के जूस के फायदे:
-विशेषज्ञों की मानें तो बुरांस का जूस हृदय संबंधी बीमारियों से बचाता है. -खून की कमी को दूर करता है. -शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा करता है. -उच्च रक्तचाप यानी हाई ब्लड प्रेशर में काफी लाभदायक होता है. -लीवर संबंधी बीमारियों को दूर करता है. -बुरांस एंटी ऑक्सीडेंट की पूर्ति भी करता है.