वोट बैंक की राजनीति कर रही बीजेपी, चुनाव नजदीक आने पर आ रही सैनिकों की याद: आप
-शहीदों के परिजनों का आरोप शहीदों की शहादत भूल चुकी है सरकार
देहरादून: आप पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संजय भट्ट ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए बीजेपी को सैन्य विरोधी पार्टी करार दिया है। उन्होंने कहा कि एक ओर सैन्य धाम बनाने के नाम पर बीजेपी गांव गांव से शहीदों के आंगन की मिट्टी सैन्य धाम के नाम पर ले रही है ,लेकिन दूसरी ओर यही बीजेपी सैनिकों के अपमान पर आमादा है।
उन्होंने कहा कि 2008 में पिथौरागढ के रावलखेत गांव के हवलदार बहादुर सिंह बोहरा देश की सुरक्षा की खातिर शहीद हो गए थे। तब सरकार ने उनके गांव में सडक बनाने का वादा किया था लेकिन आजतक उनके गांव में सडक नहीं बन पाई । उनके परिजनों ने अपने गांव की मिट्टी बीजेपी कार्यकर्ताओं को नहीं लेने दी। इन लोगों की मांग है कि रावलखेत से मुवानी तक सडक बनाई जाए ,ताकि इन लोगों को गंगोली हाट होते हुए पिथौरागढ बेवजह ना जाना पडे।
इतना ही नहीं हल्द्वानी के बिन्दुखाता गांव में मरणोपरांत अशोक चक्र सम्मानित शहीद मोहन नाथ गोस्वामी के घर पहुंचे भाजपा नेताओं का शहीद के परिजनों ने मिट्टी उठाने का पुरजोर विरोध किया। शहीद के परिवार का कहना था कि सरकार ने उनके शहीद बेटे मोहननाथ गोस्वामी के नाम पर स्टेडियम बनाने , सड़कें बनाने और शहीद की बीवी को सरकारी नौकरी दिये जाने जैसे कई घोषणाएं की जो कि पिछ्ले 6 साल से आज तक अधर में लटकी हैं।
संजय भट्ट ने कहा,भाजपा सत्ता के मोह में इतना पगला गयी है कि, इसको ऊल-जलूल चुनावी हथकंडे अपनाने पड़ रहे हैं। भाजपा ने आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र शहीद सम्मान यात्रा के तहत उत्तराखंड के शहीद परिवारों के आंगन की मिट्टी उठानी तो ज़रूर चाही पर ’शहीद सम्मान यात्रा’ का ये झूठा नाटक अपने पहले ही पड़ाव में धराशायी हो गया है. पूरे उत्तराखंड में भाजपा नेता जहाँ भी शहीद परिवारों के पास जा रहे हैं ,वहाँ उन्हें उन परिवारों का गुस्सा झेलना पड़ रहा है। दरसल भाजपा ने शहीद परिवारों को 5 साल नज़रअंदाज़ किया और अब चुनाव आता देख इन्हें शहीद परिवारों की याद आई है।
उत्तराखंड में कई वीर सपूत हैं जिन्होंने देश की खातिर अपनी जान गंवा दी। लेकिन बीजेपी इन शहीदों के नाम पर भी राजनीति करने से बाज नहीं आई है। उन्होंने आगे कहा कि उत्तराखंड जैसे प्यारे राज्य की बदक़िस्मती है कि भाजपा-कांग्रेस की सरकारें आयी और गई ,शहीद परिवारों को सुविधा मुहैया कराने के नाम पर महज़ राजनीतिक रोटियां ही सेंकती आयीं हैं। और तो और भाजपा के छोटे नेता से लेकर बड़े मंत्री तक शहीदों के लिए कोरी कोरी घोषणाएं भी कर आते हैं.
आप प्रवक्ता ने कहा,अब सैनिक परिवार और शहीदों के परिजन इन राजनीतिक दलों का खेल समझ चुके हैं जो चुनाव आता देख शहीदों को याद करने का नाटक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शहीदों का अपमान करने के लिए प्रदेश की जनता कभी भी ऐसे नेताओं और दलों को माफ नहीं करेगी और आने वाले चुनाव में जनता ही इनको सबक सिखाएगी। आप पार्टी शहीदों का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगी और ना ही किसी कीमत पर किसी राजनीतिक दल को ऐसा करने देगी चाहे आप पार्टी को इसके लिए कैसा भी संघर्ष करना पडे।