श्री देव सुमन को उनके बलिदान दिवस पर किया गया याद
श्री देव सुमन को उनके बलिदान दिवस पर किया गया याद
टिहरी नरेन्द्रनगर राजशाही के चुंगल से टिहरी की प्रजा को आजाद कराने वाले महान स्वतंत्रता सेनानी श्री देव सुमन को उनके बलिदान दिवस पर किया गया याद, जिले में जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित ऐंकर टिहरी राजशाही की दमनात्मक अत्याचारों से मुक्ति पाने के लिए, टिहरी की जनता छटपटा रही थी, 25 मई 1915 को टिहरी जिले के चंबा विकास खंड के जौल गांव में जन्मे जुझारू व संघर्षशील युवा( बचपन का नाम श्री दत्त बडोनी) जिन्हें बाद में श्री देव सुमन के नाम से जाना गया,ने क्रूर राजशाही के खिलाफ संघर्ष का बिगुल बजा दिया राजशाही के फरमान पर श्री देव सुमन को अनेकों बार टिहरी जेल में डाला गया, अंतिम बार वह 209 दिनों तक टिहरी जेल में रहे, उन्हें जेल में अनेकों यातनाएं दी गई, नारकीय जीवन जीने को मजबूर किया गया, इतना ही नहीं रोटी में काँच पीस कर उन्हें खिलाया गया . राजशाही की क्रूर व दमनात्मक अत्याचारों के खिलाफ सुमन जी ने टिहरी जेल में 3मई 1944 से आमरण अनशन शुरू कर दिया था,84 दिनों तक आमरण अनशन पर डटे रहे लोकतंत्र के शिल्पी,अमर सेनानी श्रीदेव सुमन प्रजा के अधिकारों की लड़ाई लड़ते हुए 25 जुलाई 1944 को अपने प्राणों की आहुति दे दी ..नई टिहरी जेल में जाकर टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय,जिला अधिकारी सौरभ गहरवार,भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रमोद उनियाल व लोगों ने सुमन जी की बेड़ियाँ देखी, जेल में कैदियों द्वारा बनाई गई रिंगाल की शानदार टोकरियों,धूप बत्तियों आदि का अवलोकन किया, सुमन जी के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किये,सुबह ही शिक्षण संस्थाओं के बच्चों ने प्रभात फेरी निकाली तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए व वृक्षारोपण किया गया; कार्यक्रम में मौजूद श्री देव सुमन के परिजनों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया