बद्रीनाथ यात्रा : वैज्ञानिकों की रिपोर्ट से तय होगी रूपरेखा
आगामी 27 अप्रैल से शुरू होने वाली बदरीनाथ यात्रा की रूपरेखा वैज्ञानिकों की रिपोर्ट के आधार पर तय होगी। आठ संस्थानों के वैज्ञानिकों की टीम इन दिनों बद्रीनाथ सड़क मार्ग पर हो रहे भू-धंसाव के कारणों की जांच कर रही है। वैज्ञानिकों की रिपोर्ट के बाद ही शासन तय करेगा कि इस राजमार्ग के जोशीमठ वाले हिस्से में कितना भार डाला जाए।
वर्तमान में बद्रीनाथ धाम को जोड़ने वाला एकमात्र राजमार्ग जोशीमठ से होकर गुजरता है। जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव के बाद बद्रीनाथ जाने वाले मार्ग पर भी दरारें आई हैं जिसके चलते यात्रा को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
हालांकि प्रदेश सरकार ने बद्रीनाथ यात्रा के सुरक्षित संचालन का भरोसा दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहले ही कह चुके हैं कि यात्रा को निर्बाध और सुरक्षित तरीके से संचालित करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।
इस बीच बीते रोज जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव को लेकर उच्चाधिकार प्राप्त समिति की बैठक हुई जिसमें बद्रीनाथ यात्रा को लेकर विशेष तौर पर विमर्श हुआ।
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