अयोध्या में उस समय हड़कंप मच गया जब अयोध्या के हनुमानगढ़ी के मंदिर के 44 वर्षीय पुजारी को गुरुवार को राम जन्मभूमि परिसर के उच्च-सुरक्षा क्षेत्र के एक कमरे में मृत पाया गया। पुलिस ने बताया 44 वर्षीय पुजारी राम सहारे दास अपने कमरे में मृत पाए गए उनकी किसी ने गला काट कर हत्या कर दी थी। शुरुआती जांच का हवाला देते हुए पुलिस ने पुजारी राम सहारे दास के कमरे में किसी के भी जबरन घुसने की बात से इनकार कर दिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करण नैय्यर ने कहा कि पुजारी दास के दो शिष्य उनके साथ हनुमानगढ़ी मंदिर के पास उनके कमरे से सटे हुए कमरे में रुके थे, दोनों ही शिष्य मुख्य संदिग्ध हैं। उन्होनें बताया कि एक संदिग्ध से पूछताछ की जा रही है जबकि दूसरा लापता है। नैय्यर ने बताया कि दूसरे संदिग्ध का पता लगाने के लिए चार टीमें गठित की गई हैं।
नैय्यर ने बताया कि उन्हें घटना की जानकारी सुबह करीब सात बजे मिली। सुबह की प्रार्थना के लिए दास नहीं आए तो जांच करने पर दास का गला कटा हुआ शव मिला। नैय्यर ने कहा कि दास हनुमानगढ़ी मंदिर के पुजारियों में से एक थे।
नैय्यर ने शुरुआती जांच का हवाला दिया और बताया कि दास की हत्या किसी तेज धार वाले हथियार से की गई थी। उन्होंने बताया कि पुलिस को अभी तक हथियार बरामद नहीं हुआ है। नैय्यर ने बताया कि बुधवार की रात दास का अपने शिष्यों के साथ कुछ विवाद हुआ था। पुलिस हत्या के पीछे के सटीक कारण का पता लगाने की कोशिश कर रही थी