नए शंकराचार्य को लेकर विवाद बढ़ा, बाहर से ही दर्शन कर मंदिर से लौटे अविमुक्तेश्वरानंद
नए शंकराचार्य को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। जोशीमठ में माता अन्नपूर्णा के दर्शन के लिए पहुंचे शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद स्वामी को बाहर से ही दर्शन कर लौटना पड़ा। इस बीच ज्योर्तिमठ के शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती महाराज के मठ की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यही नहीं, मठ के गेट भी बंद कर दिए गए हैं। जोशीमठ में आज शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महाराज का नागरिक अभिनंदन कार्यक्रम है। कार्यक्रम को देखते हुए पौराणिक मठ की सुरक्षा बढ़ाई गई है।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने शंकराचार्य के पट्टाभिषेक पर रोक लगाई है, लेकिन शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद का कहना है कि उनका पट्टाभिषेक हो चुका है। उन्होंने खुद को नया शंकराचार्य घोषित किया है जिसके बाद शंकराचार्य को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। आज जोशीमठ में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज के ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य बनने पर महासम्मेलन का आयोजन होना है।
बीते रोज स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के साथ ही द्वारका से शंकराचार्य सदानंद सरस्वती महाराज और श्रृंगेरी से विधुशेखर भारती महाराज बदरीनाथ से जोशीमठ पहुंचे थे, जहां संत समाज के साथ ही स्थानीय लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया। तीनों शंकराचार्य पहले बदरीनाथ और फिर केदारनाथ धाम पहुंचे थे। दोनों धामों में पूजा अर्चना के बाद तीनों शंकराचार्य जोशीमठ पहुंचे।