अंकिता को इंसाफ ! कब तक ?
अंकिता हत्याकांड मामला! जिसने अब राजनितिक मोड ले लिया है। ऐसे में उत्तराखंड कि सियासत में अंकिता के मर्डर केस को लेकर घमासान मचा हुआ है। ये सियासी हंगामा इस बता को लेकर हो रहा है कि आखिर अंकिता को किस VVIP चेहरे को खुश करने के लिए वनंतरा रिसॉर्ट में दबाव बनाया गया था?
पूरे प्रदेश में इस मामले को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन हो रहे है, जहाँ एक ओर कांग्रेस इस मामले को लेकर CBI जांच की मांग कर रही है तो वहीँ, दूसरी ओर सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मुश्किलें अब बढ़ती हुई दिखाई दे रही हैं।
बहुचर्चित अंकिता मर्डर केस को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री धामी ने फास्ट ट्रैक मुकदमा चलाने के साथ साथ पीड़ित परिवार को 25 लाख की धनराशी का मुआवजा देने की घोषणा की है। इसके साथ ही SIT की टीम भी मौके पर पहुँच कर सबूत को खंगालने में जुटी हुई है।
तो वहीँ विपक्ष पार्टी कांग्रेस ने अब धामी सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। विपक्षी पार्टी कांग्रेस अब धामी सरकार से CBI जांच की मांग कर रही है। और इसी बीच सबसे ज्यादा बवाल इस सवाल को लेकर मचा हुआ है कि आखिर कौन है वो VVIP चेहरा जिसको खुश करने का दबाव अंकिता पर बनाया जा रहा था।
अंकिता मर्डर मिस्ट्री में एक के बाद एक ऐसे कई सवाल खड़े हो चुके हैं, जैसे वनान्त्रा रिसॉर्ट में अन्गिकांड, सबूतों से छेड़छाड़, अंकिता के बेड का स्विमिंग पूल में मिलना, और उस VVIP चेहरे का अभी तक सामने न आ पाना, जिसको अंकिता द्वारा स्पेशल सर्विस देने की बात कही गई थी। और इन सब सवालों के जवाब की मांग विपक्ष पार्टी समेत उत्तराखंड की जनता भी कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस मामले में सियासी गर्मागर्मी के बीच स्थानीय लोगों ने सनसनी खेज दावे किए हैं। लोगों का कहना है कि वनान्त्रा रिसॉर्ट में नशे के साथ साथ लड़कियों के सप्लाई का धंधा भी बिना किसी रोकटोक के चलाया जा रहा था। प्रदेश भर में अंकिता को इन्साफ मिलने के लिए लोगों का प्रदर्शन लगातार जारी है।
फिलहाल मामले में मुख्य आरोपी पुलकित आर्य, अंकित, और सौरभ की गिरफ्तारी के बाद अब उन्हें फांसी की सजा देने की मांग उठ रही है, आलम ये है कि अंकिता हत्याकांड के इस पूरे मामले में धामी सरकार की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही है।