चारधाम यात्रा नियमों मे संशोधन, रखन होगा इन बातों का ध्यान
देहरादून- देवभूमि में चल रहे चारधाम यात्रा में यात्रियों की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए यात्रा के कुछ नियमों में बदलाव किया गया है। अगर आप भी चारधाम आने की सोच रहे हैं या यात्रा के लिए निकल चुके हैं तो इनकी जानकारी होने से आप परेशानी से बच जाएंगे।
जिसको लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी देश-विदेश के सभी श्रद्धालुओं से अपील की है। वहीं, सरकार ने यात्रियों से अपील की है कि वे पंजीकरण और रहने व दर्शन की व्यवस्था किए बिना यात्रा शुरू न करें। चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों के लिए कुछ नियमों में बदलाव किया गया है। जो इस प्रकार है :-
- अब यात्रियों के अनिवार्य पंजीकरण को लेकर राज्य सरकार सख्त हो गई है। बिना पंजीकरण कोई यात्री चारधाम यात्रा पर नहीं आ पाएगा। उत्तराखंडवासियों पर भी यह व्यवस्था लागू है। पंजीकरण की जांच यात्रा मार्ग पर जगह-जगह जांच और पुलिस चौकियों पर की जाएगी। यात्रा से पहले अपना पंजीकरणhttps://registrationandtouristcare.uk.gov.in/ पर जरूर करवाएं। वर्तमान में चारधाम यात्रा मार्ग के 18 स्थानों पर आफलाइन व आनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की गई है।
- यात्रियों की बढ़ती संख्या के दृष्टिगत सरकार ने चारों धामों के लिए प्रतिदिन दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में एक-एक हजार की वृद्धि कर दी है। यह नया आदेश मंगलवार को जारी किया गया है। सरकार ने 30 अप्रैल को आदेश जारी कर चारों धामों में प्रतिदिन दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या तय की थी। बदरीनाथ में 15000, केदारनाथ में 12000, गंगोत्री में 7000 और यमुनोत्री में 4000 दर्शनार्थियों की संख्या तय की गई थी। अब यह संख्या बढ़कर क्रमश: 16000, 13000, 8000 और 4000 कर दी गई है।
- केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं के दर्शन करने के समय में पांच घंटे की बढ़ोतरी की गई है। अब सुबह चार से दोपहर तीन बजे और फिर चार बजे से रात 10:30 बजे तक श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन कर सकेंगे।
- वहीं यात्रा के शुरुआती दिनों में ही 22 तीर्थयात्रियों की मौत के बाद व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं, जिसे लेकर स्वास्थ्य महकमे ने यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है। जिसमें विशेषकर वरिष्ठ नागरिक, कोमर्बिडिटी (एक से अधिक बीमारियों से ग्रसित) अथवा कोविड से प्रभावित यात्रियों को यात्रा शुरू करने से पूर्व नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराए जाने पर बल दिया गया है। कहा गया है कि सुगम एवं सुरक्षित यात्रा के लिए यात्री एहतियात बरतें।