बड़े पद पर थे तीनों मंत्री जिनकी वजह से Maldives में आया राजनीतिक भूचाल
मालदीव ने बेवजह गलत बयानबाजी करके अपने लिए मुसीबत खड़ी कर ली है। सोशल मीडिया पर बॉयकॉट मालदीव ट्रेंड कुछ समय से ट्रेंड कर रहा है। इस मुद्दे के बाद भारतीयों ने मालदीव की यात्रा कैंसिल कर दी है। आइए जानते है कि आखिर राजनीतिक भूचाल मचाने वाले तीन मंत्री कौन है?
मालदीव(Maldives India Controversy)के तीन बड़े मंत्रियों ने पीएम मोदी और भारत पर अभद्र टिप्पणी और बयानबाजी कर अपने देश के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है। पीएम मोदी के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले तीन मंत्रियों को मालदीव की सरकार ने रविवार (7 जनवरी) को सस्पेंड कर दिया है। मालदीव के जिन नेताओं को सस्पेंड किया गया है उनके नाम मरियम शिउना, मालशा शरीफ और महजूम माजिद है। बता दे कि सोशल मीडिया पर शुरू हुए इस विवाद के कारण भारत में लोगों ने मालदीव की आलोचना करने के साथ-साथ अपनी ट्रिप भी कैंसिल कर दी है।
कौन हैं सस्पेंड होने वाले तीन मंत्री?
मालदीव के तीन बड़े मंत्रियों ने पीएम मोदी और भारत पर अभद्र टिप्पणी की और इसके चलते उन्हें निलंबित भी कर दिया गया। तीन मंत्रियों में पहली मंत्री मरियम शिउना(mariyam shiuna) है। वह मालदीव के ‘युवा अधिकारिता, सूचना और कला मंत्रालय’ में डिप्टी मंत्री नियुक्त की गई थीं। शिउना माले सिटी काउंसिल की प्रवक्ता भी हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर एक्स पर विवादित टिप्पणी की थी, जिसे विवाद बढ़ने पर डिलीट कर दिया गया।
दूसरे मंत्री महजूम माजिद(mahzoom majid) है जो मालदीव के ‘युवा अधिकारिता, सूचना और कला मंत्रालय’ में डिप्टी मंत्री थे। बता दे कि महजूम माजिद ने इंटरनेशनल इस्लामिक यूनिवर्सिटी मलेशिया में कानून की पढ़ाई की है। 2022 में उन्होंने मालदीव के पहले बार एग्जाम को पास किया था।
तीसरी मंत्री मालशा शरीफ(malsha shareef) है, उन्हें मालदीव के नए राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने ‘युवा अधिकारिता, सूचना और कला मंत्रालय’ में डिप्टी मंत्री का जिम्मा सौंपा था। मगर उनकी पीएम मोदी और भारत के खिलाफ विवादित टिप्पणी खुद के लिए ही मुसीबत बन गई।
तीनों बड़े नेताओं ने आपत्तिजनक बयानबाजी के कारण अपने महत्वपूर्ण पद गवां दिए। इस मामले में भारत सरकार भी काफी सख्त है और उन्होंने मालदीव के उच्चायुक्त को तलब किया है।