अंकिता हत्याकांड के बाद जागा सिस्टम : वनंतरा समेत 36 रिजॉर्ट के खिलाफ होगी कार्रवाई
ऋषिकेश से लगे पौड़ी जिले के यमकेश्वर क्षेत्र में स्थित वनंतरा रिजॉर्ट में काम करने वाली 19 वर्षीय अंकिता भंडारी की हत्या के बाद सिस्टम नींद से जागता दिख रहा है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने इस इलाके में अवैध रूप से चल रहे 36 रिजॉर्ट के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए हैं। इन सभी रिजॉर्ट के खिलाफ बिना एनओसी और पर्यावरण मानकों का उल्लंघन करने पर कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।
एनजीटी ने अधिवक्ता एसएन पांडेय की याचिका पर सुनवाई करते हुए बीते 10 अक्टूबर को कार्रवाई के आदेश दिए। राजाजी टाइगर रिजर्व के प्रभारी निदेशक राजीव धीमान ने बताया कि सरकार के निर्देश पर तय मानकों के विपरीत अनाधिकृत व अवैध रूप से संचालित हो रहे रिजॉर्ट की जांच कर उनकी सूची तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा कि एनजीटी का आदेश आदेश मिलते ही उसका सख्ती से अनुपालन किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक एनजीटी ने जिन 36 रिजॉर्ट के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए हैं उनमें से 19 रिजॉर्ट पर्यावरणीय मानकों का उल्लंघन करते पाए गए, जबकि 17 रिजॉर्ट के पास एनओसी ही नहीं थी।
एनजीटी ने उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को तीन माह के भीतर समस्त कानूनी प्रक्रिया का पालन कर इन 36 रिजॉर्ट संचालकों से जुर्माना वसूलने के आदेश भी दिए हैं। प्रदेश के वन एवं पर्यावरण सचिव आरके सुधांशु ने कहा है कि एनजीटी के आदेश पर सख्ती से अमल किया जाएगा।
जिन रिजॉर्ट के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं, उनमें वनंतरा के अलावा वंदेमातरम् कुंज (दिव्य प्रेम सेवा मिशन), डाउन टाउन रिसॉर्ट, पनाबी रिसॉर्ट, जी वेलेज रिजॉर्ट, लीफ शेड रिजॉर्ट, राजाजी रिट्रीट रिजॉर्ट, वाइल्ड ट्रेल रिजॉर्ट, जंगल लोर वाइल्ड लाइफ रिजॉर्ट, आरएफसी रिजॉर्ट, द नीरज फारेस्ट रिजॉर्ट, आर्य समाज मंदिर, योग आश्रम गंगा, ज्योर्लिंगेश्वर बंगलामुखी धाम गंगा, वन तरंग महादेव पानी रिजॉर्ट, फॉरेस्ट रिजॉर्ट सनियार, आश्रम महादेव पानी, आश्रम सनियार, द नेचर रिजॉर्ट, भूखंडी, हीराखाल, सूलिन जंगल लाज और भूखंडी हीराखाल शामिल हैं।
19 वर्षीय अंकिता भंडारी की हत्या के बाद यमकेश्वर क्षेत्र में राजाजी टाइगर रिजर्व क्षेत्र और उससे लगे इलाकों के साथ ही गंगा किनारे बने तमाम रिजॉर्टों की जांच की मांग ने जोर पकड़ा था। मानकों के विपरीत बने ये रिजॉर्ट अवैध रूप से धड़ल्ले से चल रहे हैं। इनमें कई तरह की अवैध गतिविधियों को अंजाम दिया जाता है। लोगों की मांग के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संबंधित विभाग के साथ ही राजाजी टाइगर रिजर्व प्रशासन को जांच के आदेश दिए थे।