पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने की आर्थिक मदद की गुहार
कांग्रेस की स्थिति प्यासे का नल सूख जाने जैसी
देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने लोगों से सोशल मीडिया के जरिए आर्थिक मदद की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि उनके पास चुनाव प्रचार और दूसरे खर्चों के लिए पैसे नहीं है इसलिए वह चुनाव ठीक से नहीं लड़ पा रहे हैं। उन्होंने लोगों से आर्थिक मदद करने की गुहार लगाते हुए क्यूआर कोड भी जारी किया है।
हरीश रावत का कहना है कि आयकर विभाग ने कांग्रेस पार्टी के खाते पहले ही सीज कर दिए हैं। कांग्रेस के पास प्रत्याशियों के चुनाव खर्च के लिए पैसे नहीं है। इसलिए उनकी हालत ऐसी है जैसे किसी प्यासे के घर का नल सूख जाने पर होती है। उनका कहना है कि उनके कार्यकर्ता जैसे—तैसे अपना काम चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसलिए उन्होंने इस बात को कहना ठीक समझा है कि लोगों को पता लगना चाहिए। लोगों को पता होगा तभी तो वह मदद करेंगे। उनका कहना है कि कांग्रेस के लिए यह एक बड़ी समस्या और झटका है।
उन्होंने एक क्यूआर कोड भी जारी किया है और अपने समर्थकों और शुभचिंतकों से मदद की अपील की है कि वह उनकी आर्थिक मदद करें जिससे वह अपने बेटे को चुनाव लड़ा सके। यह कोई नया मुद्दा नहीं है राहुल गांधी ने दिल्ली में भी ऐसा ही कुछ कहा था कि अब उनके पैसे ईडी व आईडी ने छीन लिए हैं और प्रचार के लिए तथा आने—जाने के लिए भी उनके पास पैसे नहीं है। हरीश रावत इन दिनों अपने बेटे वीरेंद्र रावत के चुनाव प्रचार में लगे हैं जो हरिद्वार से प्रत्याशी हैं। हरीश रावत की यह आर्थिक मदद की अपील विक्टिम कार्ड है या फिर वाकई उनके पास अपने बेटे को चुनाव लड़ने के लिए पैसे नहीं है यह तो हरीश रावत ही जान समझ सकते हैं।