BRICS Summit : पीएम मोदी जोहान्सबर्ग के लिए रवाना, शी जिनपिंग से हो सकती है द्विपक्षीय मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका रवाना हो गए हैं । सूत्रों की माने तो वहाँ उनकी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक की संभावना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए मंगलवार सुबह जोहान्सबर्ग के लिए रवाना हो गए है । दक्षिण अफ्रीका की यात्रा से पहले अपने प्रस्थान वक्तव्य में मोदी ने कहा कि वह जोहान्सबर्ग में विश्व के कुछ नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने को लेकर उत्सुक हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि मोदी दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सीरिल रामाफोसा के निमंत्रण पर ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने पहुचे है ।
सोशल मीडिया एक्स पर प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा , ” मैं जोहान्सबर्ग में आयोजित ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका रवाना हो रहा हूँ। मैं ब्रिक्स-अफ्रीका आउटरीच और ब्रिक्स प्लस डायलॉग कार्यक्रमों में भी हिस्सा लूंगा। यह शिखर सम्मेलन ग्लोबल साउथ और विकास के अन्य क्षेत्रों के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा।”
Leaving for South Africa to take part in the BRICS Summit being held in Johannesburg. I will also take part in the BRICS-Africa Outreach and BRICS Plus Dialogue events. The Summit will give the platform to discuss issues of concern for the Global South and other areas of…
— Narendra Modi (@narendramodi) August 22, 2023
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ हो सकती है द्विपक्षीय बैठक
पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बैठक की संभावना के बारे में पूछे जाने पर, विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा कि उनका कार्यक्रम “अभी भी विकसित किया जा रहा है।” क्वात्रा ने कहा, “जब ब्रिक्स विस्तार की बात आती है तो हमारा इरादा सकारात्मक है और हमारा दिमाग खुला हुआ है।”
क्या है ब्रिक्स ?
ब्रिक्स ब्राजील (B), रूस (R), भारत (I), चीन (C) और दक्षिण अफ्रीका (S) देशों का एक समूह है। इसका संक्षिप्त नाम BRIC था , जिसमें शुरुआत में दक्षिण अफ्रीका शामिल नहीं था । 2001 में तत्कालीन गोल्डमैन सैक्स के मुख्य अर्थशास्त्री जिम ओ’नील द्वारा एक शोध पत्र में इसको BRIC नाम दिया गया था । इस शोध पत्र में ब्राजील, रूस, भारत और चीन की विकास क्षमता के बारे में बात की गई थी ।
इस ब्लॉक की स्थापना 2009 में एक अनौपचारिक क्लब के रूप में की गई थी ताकि इसके सदस्यों को संयुक्त राज्य अमेरिका और उसके पश्चिमी सहयोगियों के प्रभुत्व वाली विश्व व्यवस्था को चुनौती देने के लिए एक मंच प्रदान किया जा सके। इसकी शुरुआत रूस ने की थी।
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 22-24 अगस्त तक दक्षिण अफ्रीका में आयोजित किया जाएगा। यह मोदी की दक्षिण अफ्रीका की तीसरी यात्रा है। यह यात्रा भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच राजनयिक संबंधों की 30वीं वर्षगांठ का भी प्रतीक है। इस साल दक्षिण अफ्रीका के पास ब्रिक्स की अध्यक्षता है।